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अल्मोड़ा: शिक्षा मंत्री के निर्देशों की उड़ी धज्जियां.. मनमानी पर उतरे शिक्षा विभाग के अफसर, जानिए पूरा मामला

अल्मोड़ा: शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने हाल ही में निर्देश दिए थे कि जुलूस प्रदर्शन व विभाग से इतर किसी भी गतिविधि में स्कूली छात्र-छात्राओं को शामिल नहीं किया जाएगा। लेकिन जिले में शिक्षा महकमे के अफसरों के कारनामे देखकर ऐसा लगता है कि ये शिक्षा मंत्री के निर्देश का पालन करना सही नहीं समझते। शिक्षा विभाग के अफसर मंत्री के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी मनमानी पर उतर आए है।

 

स्कूली बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं सिर पर है। लेकिन शिक्षा विभाग नौनिहालों के भविष्य व उनकी परीक्षाओं को लेकर कितना सजग है इस मामले से अंदाजा लगाया जा सकता है। छात्र-छात्राओं के पठन पाठन पर ध्यान देने के बजाय शिक्षा विभाग के अफसर एबीवीपी के एक कार्यकर्ता के आगे नतमस्तक हो जाते है। एबीवीपी कार्यकर्ता के कहने पर तत्कालीन प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण द्वारा नगर क्षेत्र के शासकीय व अशासकीय कुल 7 विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को एक आदेश जारी किया जाता है जिसमें उन्हें आदेशित किया जाता है कि वह अपने स्कूल के 9वीं व 11वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को एबीवीपी के छात्र गर्जना सम्मेलन में शिर​कत कराए। यही नहीं प्रत्येक स्कूल से दो-दो शिक्षकों को भी छात्रों के साथ छात्र गर्जना में शामिल होने के निर्देश दिए जाते है।

ये है मामला-

दरअसल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से गुरुवार को नंदा देवी प्रांगण में छात्र गर्जना सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता कम नगर क्षेत्र के स्कूली छात्र-छात्राएं अधिक संख्या में शामिल हुए। यही नहीं नंदादेवी से रैमजे इंटर कॉलेज तक निकली एबीवीपी की शोभायात्रा के दौरान छात्र-छात्राएं हाथों में एबीवीपी का झंडा लेकर सड़कों में संगठन के पक्ष में नारेबाजी करते नजर आए। जिसे देख हर कोई हैरत में पड़ गया। वार्षिक परीक्षाओं के लिए बच्चों को तैयार करने व उनके पठन-पाठन की ओर ध्यान देने के बजाय उन्हें किसी संगठन विशेष के कार्यक्रम में शिरकत कराने पर अब शिक्षा विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है।

 

इस सम्मेलन में एबीवीपी के कई बड़े नेता भी शामिल हुए। स्कूली छात्र छात्राओं के कार्यक्रम में प्रतिभाग को लेकर जब उनसे पूछा गया तो वह शिक्षा मंत्री के ​बयान की जानकारी नहीं होने की बात कहते हुए एबीवीपी के कार्यक्रम की खूबियां गिनाने लगे।

प्रभारी मुख्य शिक्षा अधिकारी हेमलता भट्ट ने बताया​ कि वह हाल में जिले में तैनात हुई है। उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री द्वारा पूर्व में बैठको में स्कूली छात्र-छात्राओं को विभागीय गतिविधियों के अलावा अन्य किसी भी कार्यक्रम में प्रतिभाग नहीं कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वार्षिक परीक्षाएं नजदीक है। विद्यार्थियों को इस तरह के कार्यक्रम में क्यों भेजा गया, वह इस मामले की जानकारी लेंगी।

 

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