अल्मोड़ाः जिले में बीते दिनों हुई तेज बारिश कई लोगों को गहरे जख्म दे गई। कई लोगों के आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए। भारी बारिश के चलते सोमेश्वर तहसील के लोद गांव निवासी कौशल्या देवी का आवासीय भवन का एक हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। दीवार क्षतिग्रस्त होने के बाद भवन इस स्थिति में पहुंच गया है कि यह कभी भी ढह सकता है। हैरानी की बात यह है कि पीड़ित परिवार को अब तक कही दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया गया है। परिवार के सदस्य जर्जर भवन के नीचे खतरे के साए में जीने को मजबूर है।
दरअसल, बीते 18 सितंबर को हुई तेज बारिश के में कौशल्या देवी पत्नी उम्मेद राम का पक्का मकान का हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया। जब यह घटना हुई तब कौशल्या व उनके पति उम्मेद घर के अंदर ही थे। दीवार ढहने की आवाज सुन उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। राहत की बात है कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
घटना के तीन दिन बीत चुके है लेकिन जिला प्रशासन की ओर से फिलहाल पीडित परिवार को अन्यत्र शिफ्ट करने की कोई कार्यवाही नहीं की है। मकान का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के बाद भी पीड़ित परिवार मजबूरन इसी भवन में रहने को मजबूर है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पीड़ित परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करता है। कौशल्या देवी ने शासन-प्रशासन से आर्थिक मुआवजे की गुहार लगाई है।
इधर तहसील प्रशासन की ओर से राजस्व उपनिरीक्षक प्रकाश भाकुनी ने गांव पहुंचकर मौका मुआयना तथा क्षति का आकलन किया। उनका कहना है कि पत्रावली उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। स्वीकृति के बाद आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव के पंचायत घर में शिशु मंदिर संचालित है। जिससे पीड़ित परिवार को शिफ्ट नहीं किया जा सका है।
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