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उत्तराखंड में कांग्रेस को झटके पर झटके, 10 दिन में इतने नेताओं ने छोड़ी पार्टी, पढ़ें पूरी खबर

 

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में इस्तीफों का दौर खत्म ही नहीं हो रहा है। रविवार को कांग्रेस को दो बड़े झटके लगे। टिहरी से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके वरिष्ठ नेता धन सिंह नेगी और बदरीनाथ विधायक व पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने पार्टी छोड़ दी। पिछले एक महीने में करीब 10 से 15 बड़े नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है।

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के दिग्गज लगातार हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं। लोकसभा चुनाव की इस अग्नि परीक्षा से पहले कांग्रेस से नेताओं का यूं छोड़कर जाना पार्टी के चिंता का विषय है।

16 मार्च को कांग्रेस को हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। अनुकृति गुसाईं ने साल 2022 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। उन्होंने लैंसडाउन से बीजेपी कैंडिडेट महंत दिलीप के खिलाफ चुनाव लड़ा। जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

 

 

अनुकृति गुसाईं से पहले उत्तरकाशी से दो बड़े नेताओं ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दिया। गंगोत्री से पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने 15 मार्च को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। विजयपाल सजवाण कांग्रेस के कर्मठ नेताओं में एक थे। विजयपाल सजवाण के साथ ही पुरोला से दो बार विधायक रहे मालचंद ने भी चुनावी मौसम में कांग्रेस को झटका दिया। मालचंद ने भी 15 मार्च को कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में घर वापसी की। इन दोनों नेताओं ने 16 मार्च को बीजेपी ज्वाइन की।

9 मार्च को उत्तराखंड में कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री लक्ष्मी राणा ने भी पार्टी को अलविदा कहा। लक्ष्मी राणा पिछले लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ी थी। वह कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रही हैं। लक्ष्मी राणा को हरक सिंह रावत का करीबी माना जाता है।

8 मार्च को कांग्रेस नेता मनीष खंडूड़ी ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। वह 2019 में पौड़ी लोकसभा से चुनाव लड़ चुके है। इस्तीफा देने के बाद 24 घंटे के भीतर ही मनीष खंडूड़ी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।

हाल ही में कांग्रेस से पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत ने पार्टी से इस्तीफा दिया। शैलैंद्र रावत ने अपने समर्थकों के साथ देहरादून बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी का दामन थामा। इसके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक वर्मा ने भी अपने बेटे के साथ पार्टी को लोकसभा चुनाव से पहले अलविदा कहा।

गौरतलब है कि चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर चुका है। उत्तराखंड में पांच सीटों के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग होनी है। वोटिंग में महज एक माह का समय बाकी है। ऐसे समय में कांग्रेस में कई बड़े नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है।

 

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