अल्मोड़ा। भैसियाछाना विकासखंड के उद्यान केंद्र धौलछीना में जरूरत के मुताबिक आलू बीज उपलब्ध नहीं होने से किसानों को पर्याप्त मात्रा में आलू का बीज नहीं मिल सका। कई किसानों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। आलू का बीज लेने के लिए उद्यान विभाग धौलछीना के कार्यालय में बुधवार को किसानों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
प्रत्येक किसान को दस-दस किलो आलू बीज दिया गया। पर्याप्त मात्रा में आलू बीज नहीं मिलने से किसानों ने नाराजगी जताई। बीज न मिलने से करीब सौ से अधिक किसान खाली हाथ लौटने को मजबूर हुए। किसानों ने बताया कि 60 से 70 किलो बीच के लिए खेत खाली छोड़े हैं लेकिन उन्हें विभाग से मात्र दस किलो बीज दिया।
विकासखंड भैंसियाछाना के 307 हेक्टेयर क्षेत्र में आलू की खेती होती है। कई किसान आलू उत्पादन से ही आजीविका चलाते हैं। छानी, अलई, सुपई, नैनवालखोला, तिमूरी, खांकरी, कलौन, दियारी, बेलवाल गांव, ऊटियां, पल्लूं, बबूरियानायल आदि ग्राम सभा में आलू और साग भाजी ग्रामीणों की आर्थिक का प्रमुख जरिया है।
सुपई के ग्राम प्रधान बालम सिंह ने बताया कि अकेले सुपई गांव में 30 क्विंटल आलू की बुवाई की जाती है। उद्यान केंद्र धौलछीना में 160 क्विंटल के सापेक्ष मात्र 30 क्विंटल ही आलू बीज मिला है।
ग्राम प्रधान कलोन चंद्र सिंह मेहरा, ग्राम प्रधान कंचुला दीवान सिंह, ग्राम प्रधान दियारी प्रेमा देवी, ग्राम प्रधान खंकरी हेमा देवी के अनुसार क्षेत्र के करीब 100 से अधिक किसानों की आजीविका का मुख्य जरिया आलू उत्पादन है उन्होंने बताया कि काश्तकारों ने आलू बोने के लिए खेत तैयार कर लिए हैं लेकिन बीज न मिलने से किसानों में भारी निराशा है।
काश्तकारों का आरोप है कि सरकार किसानों के हित में खूब दावे करती है मगर उन्हें पर्याप्त मात्रा में आलू का बीज उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है इससे उनके गांव की आर्थिकी पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है।