अल्मोड़ा: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में शुक्रवार को बालिका पंचायत का आयोजन किया गया। ‘मेरी हौसलों की उड़ान’ थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने किया। कार्यक्रम में विकासखंडों की कई छात्राओं ने हिस्सा लिया।
इस दौरान समूह गान प्रतियोगिता में जीजीआईसी बाड़ेछीना, भैसियाछाना विकासखंड, मेहंदी प्रतियोगिता में सलोनी जीना, ऐपण में अंजली आर्या, हस्तशिल्प में हर्षिता पांडे, उमा भट्ट, लोकनृत्य में भैसियाछाना विकासखंड व कवि सम्मेलन में हवालबाग विकासखंड ने बाजी मारी।
सीडीओ आकांक्षा कोंडे ने अपने संबोधन में सभी छात्राओं से आत्मनिर्भर बनने के लिए कठिन परिश्रम करने का आह्वान किया। उन्होंने लैंगिग असमानता पर अपने विचार व्यक्त किए।
खंड शिक्षा अधिकारी लमगड़ा प्रेमा बिष्ट ने कहा कि हम अपनी क्षमताओं का आंकलन नहीं कर पाते जिस कारण हम सफलता से दूर हो जाते है। इसलिए सबसे पहले अपनी क्षमताओं को पहचानने का प्रयास करे सफलता निश्चित मिलेगी।
खंड शिक्षा अधिकारी स्याल्दे वंदना रौतेला ने कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता होती है।
डॉ. दीपा जलाल व डॉ. विद्या कर्नाटक ने शॉल ओढ़ाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इसके बाद अतिथियों ने विभिन्न विकासखंडों द्वारा लगाए गए हस्तनिर्मित स्टालों का निरीक्षण किया।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. दीपा जलाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सर्वप्रथम विकासखंड स्तर पर इन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। इसके बाद जिला स्तर पर सभी विकासखडों की प्रतिस्पर्धा होगी। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को आत्मनिर्भर व साहसी बनाने के लिए डायट द्वारा बीते तीन सालों से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में ऐपण व मेहंदी प्रतियोगिता, कवि सम्मेलन, हस्तशिल्प, लोकगीत, लोकनृत्य में प्रतिस्पर्धा होती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डायट प्राचार्य सी.जी गोस्वामी व संचालन डॉ. दीपा जलाल व डॉ. विद्या कर्नाटक ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम में डॉ. हेम चंद्र जोशी, डॉ नीलम नेगी, मीरा जोशी, मीनू जोशी, डॉ. नीलम बिष्ट, विनीता जोशी, डॉ. प्रीति आर्या, डॉ. बी.सी पांडेय, ज्योति पांडे, प्रीति पांडे, शैलजा नयाल, मीरा जोशी, दीप्ति पुनेठा, नीतू शूद, कल्पना वर्मा आदि मौजूद रहे।