अल्मोड़ा। नंदा देवी मंदिर समिति ने नंदा देवी मेला 2024 के आयोजन के लिए जिला प्रशासन पर सहयोग नहीं किए जाने का आरोप लगाया है। समिति ने कहा कि शासन-प्रशासन ने सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक नंदा देवी मेले को जहां भव्य रूप आयोजित एवं इसका विस्तार करना चाहिए था। वही, मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर जगह तक की व्यवस्था तक नहीं की जा रही है। नंदा देवी मंदिर में जगह कम होने के चलते सभी कार्यक्रमों का होना संभव नहीं है। भीड़ अधिक हुई तो कोई अप्रिय घटना घट सकती है। मंदिर समिति ने सहयोग नहीं करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है।
नंदा देवी परिसर में प्रेस वार्ता में नंदा देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने कहा कि जगह कम होने के चलते समिति द्वारा एडम्स इंटर कॉलेज के खेल मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। इससे जहां नये कलाकारों व स्कूली बच्चों को अधिक संख्या में प्रतिभाग करने का मौका मिलता था। वही, मेला समिति को भी आय प्राप्त होती थी। जिससे मेले के आयोजन में मदद होती थी। लेकिन इस बार जिला प्रशासन द्वारा मेले को लेकर सहयोग नहीं किया जा रहा है। प्रशासन ने एडम्स खेल मैदान के अधिग्रहण के लिए हाथ खड़े कर दिए है।
समिति अध्यक्ष वर्मा ने कहा शासन द्वारा जो 5 लाख की अनुदान राशि समिति को प्रदान की जाती थी। वह अभी तक नहीं मिल पाई है। बावजूद इसके मंदिर समिति अपने सीमित संसाधनों में मेले का आयोजन करते आ रही है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग संस्कृति से खिलवाड़ व शहर की आबोहवा को बिगाड़ने का काम कर रहे है। उन्होंने सभी सांस्कृतिक दलों, संस्कृति प्रेमियों, रंगकर्मियों व शहर की जनता से आगे आकर ऐसे लोगों का विरोध करने की अपील की है।
समिति के सदस्यों ने कहा कि अगर प्रशासन द्वारा उन्हें एडम्स खेल मैदान में मेला नहीं कराने दिया जाता तो सभी कार्यक्रम नंदा देवी मंदिर प्रांगण में ही कराए जाएंगे। अगर भीड़ भाड़ अधिक होने से कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
प्रेस वार्ता में मनोज सनवाल, तारा चंद्र जोशी, दिनेश गोयल, मुन्ना वर्मा, अमरनाथ सिंह नेगी, अनुप साह, गीता मेहरा, अमित साह मोनू, अर्जुन बिष्ट, राजेंद्र बिष्ट, जगत तिवारी, मीना भैसोड़ा, सलमान अंसारी आदि मौजूद रहे।
स्कूल के खेल मैदानों पर राजनीतिक गतिविधियां क्यों
प्रेस वार्ता में मंदिर समिति ने सवाल उठाते हुए कहा कि ऐतिहासिक व सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मेले के आयोजन के लिए स्कूल के खेल मैदान उपलब्ध कराने में आपत्ति की जा रही है। लेकिन नगर स्थित स्कूल के खेल मैदानों में राजनीतिक व अन्य कार्यक्रम आयोजित करने पर आपत्ति क्यों नहीं की जाती है। समिति ने कहा कि जल्द ही बैठक कर सर्वसम्मति से आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
अनापत्ति प्राप्त करना मेला समिति की जिम्मेदारी: एसडीएम
अल्मोड़ा। नंदा देवी मेले को लेकर एसडीएम सदर जयवर्धन शर्मा ने बताया कि मंदिर समिति द्वारा एडम्स विद्यालय परिसर में मेले के आयोजन की अनुमति चाही गयी थी। एडम्स विद्यालय द्वारा विद्यालय के पठन-पाठन कार्य एवं छात्राओं व अध्यापिकाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत अनापत्ति देने से मना किया गया है। उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रबंधन से अनापत्ति प्राप्त करना मेला समिति की जिम्मेदारी है। इस संबंध में समन्यवय के लिए जिला प्रशासन द्वारा सम्बन्धित पक्षकारों के बीच बैठक भी की गई। जिसमें समिति द्वारा नंदा देवी मंदिर प्रांगण में ही मेले का आयोजन किये जाने के लिए अवगत कराया है। एसडीएम ने कहा कि प्रशासन द्वारा मेले के लिए मेला समिति को शांति व्यवस्था के लिए नियमानुसार सहयोग प्रदान किया जाएगा।