भाजपा ने बाहरी राज्यों के लोगों के वोट डलवाने का लगाया आरोप, कांग्रेस ने कहा, सत्ताबल के प्रभाव में भाजपा ने मतदाताओं को वोट करने से रोका
अल्मोड़ा। नगर निकायों के लिए गुरुवार को चुनाव हुए। वोटिंग के बीच भाजपा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। मतदान केंद्र पर काफी देर तक जमकर बवाल हुआ। दोनों दलों के नेताओं ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है।
वार्ड संख्या 4 रामशीला के लिए मल्ला महल परिसर में मतदान केंद्र बनाया गया था। इस वार्ड में 901 मतदाता हैं, जिसमें 391 महिला तथा 510 पुरुष मतदाता है। रामशिला समेत सभी बूथों में शांतिपूर्वक मतदान चल रहा था। शाम को वोटिंग के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिहार के एक व्यक्ति को पकड़ लिया। और दूसरे राज्य के व्यक्ति द्वारा निकाय चुनाव में वोटिंग करने पर जमकर बवाल काटा। कुछ देर बाद कांग्रेस के लोग भी वहां पहुंचे। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच गहमागहमी हो गई। देखते ही देखते कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। कुछ देर बाद दोनों दलों के बड़े नेता भी मौके पर पहुंचे। नेताओं की भी आपस में जमकर तू तू मैं मैं हुई। बाद में पुलिस ने किसी तरह दोनों दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं को शांत कराया। इस घटना के बाद कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने भाजपा नेता के बेटे पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर सौंपी है।
इस मामले में विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा के लोगों ने कई मतदाताओं को मतदान करने से रोका। सत्ता के प्रभाव में मतदान को प्रभावित करने का काम किया। जो निदंनीय है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने धन बल और शराब से चुनाव को प्रभावित करने का काम किया लेकिन जब वह इसमें भी सफल नहीं हो पाए तो लोगों को मतदान करने से रोक रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा को अपनी हार का एहसास हो गया है। जिससे उनके नेता व कार्यकर्ता बौखलाए हुए हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा ने कहा कि कांग्रेस व उनके कुछ समर्थकों द्वारा चंपारण, रामपुर, मुरादाबाद के लोगों के गलत तरीके से वोट डलवाए जा रहे है। जिनका सत्यापन नहीं किया गया है। कांग्रेस पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस नगर के सौहार्द को खराब करना चाहती है। उन्होंने जिला प्रशासन से गलत तरीके से वोट डालने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की हैं साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है।
जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि कुछ बाहरी लोगों का नाम वोटर लिस्ट में है लेकिन उनके पास पहचान पत्र दूसरे राज्यों के है। नियम के तहत जिस व्यक्ति का नाम वोटर लिस्ट में है उसे मताधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है।