इंडिया भारत न्यूज डेस्क: दुबई एग्जीबिशन सेंटर में 18 फरवरी को हुए बैडमिंटन एशिया मिक्स्ड टीम चैंपियनशिप (Asia Mixed Team Badminton Championship) 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय बैडमिंटन टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में चीन के हाथों 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन हार के बाद भी खिलाड़ियों के दम पर भारतीय बैडमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया है। भारत को कांस्य पदक मिला। यह भारत का इस टूर्नामेंट में पहला पदक है।
भारत ने क्वार्टर फाइनल में हांग कांग, चाइना को हराया था। सेमी फाइनल में भारत को काफी नजदीकी मुकाबले में चीन से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। इस ऐतिहासिक पदक प्राप्त करने में अल्मोड़ा, उत्तराखंड के खिलाड़ी लक्ष्य सेन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस ऐतिहासिक सफलता में उनके पिता व कोच डी.के सेन का भारतीय टीम के कोच के रूप में होना एक सुखद संयोग रहा है।
लक्ष्य सेन का कहना है कि कांस्य पदक जीतकर भारतीय बैडमिंटन टीम गदगद है। लेकिन दुर्भाग्यवश नजदीकी मुकाबले में फाइनल में नहीं पहुचने से पूरी टीम के मन में टीस रही है।
कोच डी.के सेन का कहना है कि पहली बार भारतीय टीम के पदक जीतकर इतिहास रचने वाली टीम का कोच के रूप में हिस्सा होने पर वह गौरवान्वित महससू कर रहे है। डी.के सेन विजेता भारतीय थॉमस कप टीम के भी कोच रहे हैं।
भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन पर उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक समेत समस्त उत्तराखंड बैडमिंटन परिवार, खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों ने लक्ष्य व कोच डी.के सेन समेत पूरी टीम को बधाई प्रेषित की है।
अल्मोड़ा से नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, जिला बैडमिंटन संघ के जिलाध्यक्ष प्रशांत जोशी, उपाध्यक्ष प्रशासनिक गोकुल सिंह मेहता, उपाध्यक्ष राकेश जायसवाल, सचिव डॉ. संतोष बिष्ट, सह सचिव संजय नज्जौन, कोषाध्यक्ष नंदन रावत, विजय प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी डी.के जोशी, सुरेश कर्नाटक, सलाहकार जगनमोहन सिंह फर्त्याल, शेखर लखचोरा, हेम पाण्डेय, जगदीश वर्मा, जिला क्रीड़ा अधिकारी व कोच अरुण बंग्याल आदि ने लक्ष्य उनके पिता व कोच डी.के सेन समेत पूरी टीम को बधाई प्रेषित की है।
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