अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना परिसर अराजकता की भेंट चढ़ चुका है। कैंपस में आए दिन छात्र गुटों में मारपीट, परिसर में तोड़फोड़, हंगामा सब आम हो चुका है। पिछले कुछ दिनों से परिसर में इसी तरह का माहौल बना हुआ है। जहां एक ओर कैंपस में इन दिनों परीक्षाएं संचालित हो रही है वही, दूसरी ओर छात्र गुट आपस में भिड़ कर परिसर का माहौल खराब कर रहे है। जिससे परीक्षार्थियों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हैरत की बात यह है परिसर में आए दिन हो रही इन गतिविधियों को रोकने में परिसर प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है या यह कहे की अराजक छात्रों के आगे परिसर प्रशासन नतमस्तक हो चुका है।
शुक्रवार यानि आज भी कुछ ऐसा ही नजारा परिसर में देखने को मिला। दरअसल, छात्रों का एक गुट इस बार एसएसजे में फ्रेशर पार्टी व फेयरवेल का आयोजन कराने की मांग कर रहा है। जिस पर पहले परिसर प्रशासन अनुमति भी दे चुका था और 26 और 27 अगस्त को यह आयोजन होना था। लेकिन छात्रों का दूसरा गुट व कुछ छात्रसंघ पदाधिकारियों ने इसका विरोध किया और परिसर में हंगामा किया।
छात्र संघ महासचिव गौरव भंडारी ने कहा कि हम यह कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए करा रहे हैं तो हमें अनुमति दी जानी चाहिए। वही, छात्र संघ अध्यक्ष पंकज सिंह कार्की ने कहा कि अभी प्रवेश प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। ऐसे में परिसर प्रशासन को कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
मामले को लेकर परिसर में दिनभर छात्र गुटों के बीच तनातनी व गहमागहमी का माहौल रहा। परिसर में कई घंटे हाई वोल्टेज ड्रामा चलते रहा। इसी दौरान भाजपा नेताओं के बच्चे आपस में भिड़ गए। दोनों में जमकर हाथापाई हुई। परिसर की लड़ाई अचानक पिछले विधानसभा चुनाव की रंजिश में बदल गई। दोनों एक दूसरे पर आरोप—प्रत्यारोप करने लगे। माहौल बिगड़ते देख परिसर प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। बाद में किसी तरह मामले को शांत कराया गया।
मामला शांत हुआ ही था कि अचानक दूसरे छात्र गुटों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। जिसमें एक पक्ष की ओर से कोतवाली में नामजद तहरीर सौंपी है, जिसमें पूर्व छात्र नेताओं व कुछ अन्य छात्रों पर मारपीट के आरोप लगाए है। कुल मिलाकर परिसर में दिनभर हाई वोल्टेड ड्रामा रहा। इस पूरे मामले के बीच परिसर प्रशासन बेबस नजर आया।
इधर परिसर निदेशक कार्यालय ने एक आदेश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि फेयरवेल व फ्रेशर पार्टी के आयोजन के लिए छात्र संगठनों में तनातनी का माहौल हो गया है। कुछ छात्र संगठन पक्ष में है तो कुछ विरोध में है। जिससे परिसर में शिक्षण कार्य, प्रवेश प्रक्रिया व परीक्षाओं में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है और परिसर का वातावरण खराब हो रहा है। दो दिन से हो रही घटनाओं के चलते परिसर प्रशासन ने फ्रेशर व फेयरवल कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है।