देहरादून: बेंगलुरु में आयोजित इंटर स्टेट-इंटर जोनल चैंपियनशिप में उत्तराखंड की जूनियर बालिकाओं की टीम ने पहली बार फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया। इस चैंपियनशिप में उत्तराखण्ड की टीम उपविजेता बनी।
उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ के सचिव बी.एस मनकोटी ने बताया कि 7 सितंबर से बेंगलुरु में आयोजित इंटर स्टेट-इंटर जोनल चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में उत्तराखण्ड की टीम का मुकाबला आंध्र प्रदेश की टीम से हुआ। जिसमें उत्तराखंड की टीम ने आंध्रप्रदेश की टीम को 2-0 से शिकस्त दी।
एकल में देहरादून की अनुष्का जुयाल ने आंध्र प्रदेश की सूर्या चामरी को 16-21,21-19 व 21-17 से पराजित किया। जबकि युगल में अल्मोड़ा की बहनों की जोड़ी मनसा व गायत्री ने सीधे सेटों आंध्र प्रदेश की जोड़ी सूर्या चामरी व रश्मिता को 21-15 व 23-21 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
फाइनल मुकाबले में उत्तराखंड की टक्कर हरियाणा से हुई। फाइनल में उत्तराखंड को 0-2 से हार का सामना करना पड़ा।
एकल में अनुष्का जुयाल को हरियाणा की उन्नति हुड्डा से 12-21 व 14-21 से हार का सामना करना पड़ा। युगल में मनसा व गायत्री की जोड़ी को हरियाणा की जोड़ी उन्नति हुड्डा व अनमोल से तीन सेटों में 25-23,14-21 व 12-21 से हार का सामना करना पड़ा।
उत्तराखण्ड की टीम से मनसा रावत, अनुष्का जुयाल, गायत्री रावत, कनिष्का काण्डपाल, लावनिया कार्की, कनक कालाकोटी व दक्षिता जोशी ने प्रतिभाग किया।
उत्तराखण्ड की टीम ने कलकत्ता में ईस्ट जोन टीम चैंपियनशिप जीत कर राष्ट्रीय टीम चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था। आज से व्यक्तिगत प्रतियोगिता शुरू होंगी।
टीम के साथ उत्तराखण्ड बैडमिंटन के चीफ़ कोच डी.के सेन व लोकेश नेगी थे। मैनेजर के रूप में रमा रावत मौजूद रही। कोच डी.के सेन ने कह कि टीम ने शानदार प्रदर्शन कर इतिहास बनाया है।
उत्तराखण्ड बैडमिंटन की अध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक ने कहा कि उत्तराखण्ड जूनियर बालिकाओं कि ऐतिहासिक सफलता पर टीम को सम्मानित किया जाएगा।
उत्तराखण्ड टीम की ऐतिहासिक सफलता पर उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष से अलकनंदा अशोक समेत समस्त उत्तराखण्ड बैडमिंटन परिवार, खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों ने जूनियर बालिकाओं की टीम के खिलाड़ियों, कोच डी.के सेन, लोकेश नेगी व मैनेजर रमा रावत को बधाई प्रेषित की है।