अल्मोड़ा: चीन में आयोजित एशियन गेम्स में भारतीय बैडमिंटन पुरूष टीम को चीन के हाथो 2-3 से फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही एक बार फिर गोल्ड मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया। भारतीय टीम को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। हालांकि, बैडमिंटन टीम ने पहली बार एशियन गेम्स में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा है।
अल्मोड़ा निवासी लक्ष्य सेन ने पहले एकल मैच में अपने प्रतिद्वंदी चीन के शी यू क्वी को हराकर जीत की नींव रख दी थी। दूसरे युगल मैच में भारतीय जोड़ी ने चीन की जोसी को हराकर स्कोर 2-0 कर दिया। लेकिन इसके बाद दूसरे एकल में श्रीकान्त को, दूसरे युगल में भारतीय जोड़ी ध्रुव कपिला व प्रतीक की जोड़ी तथा तीसरे एकल में मंजूनाथ को हार का सामना करना पड़ा।
भारत ने एशियन गेम्स के इतिहास में पहली बार रजत पदक जीता है। इससे पूर्व भारत ने दो बार कांस्य पदक जीता था। सेमी फाइनल में भारत ने साउथ कोरिया को 3-2 से हराया था।
बैडमिंटन के उभरते खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने पूरे मुकाबले में अपने सभी मैच जीतकर भारत के रजत पदक में अपना अहम योगदान दिया। लक्ष्य व भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन पर लक्ष्य के कोच विमल कुमार व कोच व पिता डी.के सेन गदगद हैं।
सचिव बी.एस मनकोटी ने बताया कि उत्तरांचल बैडमिंटन संघ के अशोक कुमार, अध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक लक्ष्य, भारतीय टीम की हौसला अफजाई के लिए फाइनल मैच में उपस्थित रही।
लक्ष्य सेन व भारतीय टीम की ऐतिहासिक सफलता व उपलब्धि पर उत्तरांचल राज्य बैडमिंटन संघ की अध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक समेत समस्त उत्तराखण्ड बैडमिंटन परिवार, खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों ने बधाई प्रेषित की है।
गृह जनपद से नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, जिला बैडमिंटन संघ के चेयरमैन व उत्तराखंड बैडमिंटन के कोषाध्यक्ष राम अवतार, अध्यक्ष प्रशांत जोशी, उपाध्यक्ष प्रशासनिक गोकुल सिंह मेहता, उपाध्यक्ष राकेश जायसवाल, सचिव डॉ. संतोष बिष्ट, सह सचिव संजय नज्जोंन, कोषाध्यक्ष नंदन रावत, समन्वयक विजय प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी डी.के जोशी, लेख परीक्षक सुरेश कर्नाटक, सलाहकार जगनमोहन सिंह फर्त्याल, शेखर लखचौरा, एन.एस रजवार, हेम तिवारी, राजू तिवारी, प्रतीक महरा, जग्गू वर्मा, ज़िला खेल अधिकारी अरुण बंग्याल आदि ने लक्ष्य व भारतीय टीम को बधाई प्रेषित की है।