अल्मोड़ा: वनों को आग से बचाने के लिए द हंस फाउंडेशन द्वारा बड़े स्तर पर जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। राज्य स्थापना दिवस पर द हंस फाउंडेशन द्वारा ताकुला विकासखंड के महात्मा गाँधी स्मारक इंटर कालेज चनौदा में निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
वनाग्नि से सुरक्षा के उपाय व समुदाय के साथ साझा किये जाने वाले उपाय विषय पर आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता में स्कूली छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। छात्रों ने निबंध प्रतियोगिता में माध्यम से वन हमारी बहुमूल्य संपदा है, इनका संरक्षण हमें करना चाहिए तथा वनाग्नि से होने वाले दुष्प्रभावों और तथा जलवायु परिवर्तन के बारे में संदेश दिया।
द हंस फाउंडेशन द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार क्रमश: निकिता जोशी, काजल आर्या व किरन दोसाद को प्रमाण पत्र तथा अन्य पुरस्कार भी दिए गए।
द हंस फाउंडेशन परियोजना के सीडीएस रजनीश रावत ने कहा की फाउंडेशन वन संरक्षण के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से जन समुदाय को जागरूक कर रही है। तथा वनों को आग से बचाने के लिए आम जनमानस से अपील कर रही हैं।
स्कूल के प्रधानाचार्य विजय सिंह भाकुनी, शिक्षकों, ग्रामीणों तथा वन विभाग द्वारा द हंस फाउंडेशन द्वारा उत्तराखण्ड के वनों को बचाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को जागरूक होने तथा प्रयास करने की आवश्यक्ता है।
कार्यक्रम में संस्था की ब्लॉक समन्वयक अनीता कनवाल, मोटिवेटर कमल रावत, भावना पांडे, वन विभाग के डिप्टी रेंजर जगदीश गिरी गोस्वामी, हीरा सिंह, अभिभावक संघ के अध्यक्ष जगदीश बोरा आदि मौजूद रहे।