अल्मोड़ा: महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट की अध्यक्षता में महिला कांग्रेस द्वारा नारी न्याय सम्मेलन आयोजित किया। इस दौरान निर्णय लिया कि सरकार की महिला विरोधी और महिलाओं के उत्पीड़न मामलों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही महिलाओं के अधिकारों के लिए एकजुट होकर आवाज बुलंद की जाएगी।
जिला काँग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की भाजपा सरकार में महिलाओं पर उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड में बीते 6 सालों के भीतर महिलाओं का सबसे ज्यादा उत्पीड़न हुआ है, दुष्कर्म जैसी घटनाएं हुई हैं।
जिलाध्यक्ष बिष्ट ने कहा कि भाजपा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है लेकिन अंकिता हत्याकांड में जिस भाजपा नेता का नाम वीआईपी के तौर पर सामने आया था उसपर कोई कार्रवाई सरकार द्वारा नहीं कि गई। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे ही अपराधियों को संरक्षण देगी को बेटियां कैसे खुद को महफूज करेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी व करनी में अंतर है। जनता को अब समझ आ चुका है। सत्ता से हटाकर जनता भाजपा को इसका जवाब देगी।
बिष्ट ने कहा कि देश की आबादी के आधे हिस्से नारियों के साथ लगातार उत्पीड़न की घटनाओं को देखते हुए उत्तराखण्ड में महिला काँग्रेस ने नारी न्याय सम्मेलन आयोजित करके महिलाओं के साथ उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ समग्ररूप में आवाज उठाकर प्रदेश की भाजपा सरकार से महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए आवाज उठाई जा रही हैं।
बिष्ट ने कहा कि नारी न्याय सम्मेलन प्रत्येक ब्लाक में आयोजित करके महिलाओं के अधिकारों के लिए जागरूकता फैलाने का कार्य महिला काँग्रेस करेगी।
सम्मेलन का संचालन करते हुए प्रदेश सचिव लता तिवारी ने कहा कि प्रदेश की धामी सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के साथ लगातार दुर्व्यवहार ऒर उत्पीड़न की घटनायें आये दिन प्रकाश में आ रही हैं। लेकिन प्रदेश की धामी महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा करने में पूर्ण असफल हैं। नारी न्याय सम्मेलन से महिलाओं में नयी जन चेतना जगाने के लिए महिला काँग्रेस प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम में विधायक मनोज तिवारी, जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज, पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी, महिला नगर अध्यक्ष दीपा साह, निर्मला काण्डपाल, जय जोशी, गीता पाण्डेय, फेमिना खान, तारा भण्डारी, हंसा बिष्ट, राधा तिवारी, हंसा मर्तोलिया, राधा टम्टा, सरस्वती, किरन आर्या, बीना पाण्डेय, पुष्पा पाण्डेय सहित दो दर्जन महिला कार्यकर्ता मौजूद रही।