अल्मोड़ा: उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रचार वाहनों पर रोक लगाने पर पार्टी ने नाराजगी जताई है। उपपा ने कहा कि परिवर्तन पार्टी उत्तराखंड की अस्मिता, प्राकृतिक संसाधनों व जनता के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ती है। इसी सोच को लेकर अल्मोड़ा लोकसभा से उपपा प्रत्याशी किरन आर्या चुनावी मैदान में हैं। सीमित संसाधनों के बल पर चुनाव लड़ रही उपपा के प्रचार वाहनों की अनुमतियों को निरस्त करना क्षेत्रीय पार्टियों के साथ अन्याय हैं। उपपा ने मामले को लटकाने का आरोप लगाया है और प्रचार वाहनों पर लगी रोक को तत्काल हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जल्द इस पर फैसला नहीं हुआ तो पार्टी हाईकोर्ट में गुहार लगाएगी।
रविवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता में उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा कि विगत दिनों पार्टी प्रत्याशी समेत सभी कार्यकर्ता दूरस्थ क्षेत्रों में प्रचार अभियान में थे। जिसके चलते वह कलक्ट्रेट में चुनावी व्यय निरीक्षण की बैठक में नहीं जा पाए। रिटर्निंग आफिसर की ओर से नोटिस मिलने पर पार्टी ने अपनी भूल स्वीकार करते हुए अपना जवाब दिया। बकायदा, पीडीएफ फाइल निर्वाचन अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को प्रेषित कर दी गई हैं।
तिवारी ने कहा कि पार्टी प्रत्याशी किरन आर्या ने जब इस संबंध में निवार्चन अधिकारी से मुलाकात की तो उन्होंने प्रचार वाहनों की अनुमति देने से मना कर दिया और घर-घर प्रचार की अनुमति देने की बात कही। उन्होंने कहा कि निर्वाचन अधिकारी के कहने पर पार्टी ने वाहनों की अनुमति के लिए दोबारा आवदेन किया लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
उपपा अध्यक्ष ने कहा कि निर्वाचन आयोग 24 घंटे सक्रिय रहता है। ऐसे में तत्काल फैसला न कर उन्हें क्यों लटकाना चाहता है? उन्होंने इसे क्षेत्रीय पार्टियों के साथ अन्याय बताते हुए कहा कि प्रचार वाहनों पर रोक लगने से पार्टी की प्रचार प्रक्रिया पूरी तरह प्रभावित हुई है और पार्टी के संसाधनों का दुरुप्रयोग हो गया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वह इस अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करे। उन्होंने कहा कि जनता ही जर्नादन हैं, वह अपने मत से इसका फैसला करेगी।
उपपा अध्यक्ष पी सी तिवारी ने निर्वाचन आयोग इस मामले का तत्काल संज्ञान लेकर फैसला करने की मांग की है। उन्होंने तत्काल अनुमति प्रदान नहीं करने पर हाईकोर्ट में गुहार लगाने की बात कही।
प्रेस वार्ता में पार्टी प्रत्याशी किरन आर्या, केंद्रीय महासचिव नारायण राम, भावना पांडे, गोपाल राम, राजू गिरी आदि मौजूद रहे।