अल्मोड़ा: जिले में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ है। एक कार गहरी खाई में गिर गई। हादसे में पति, पत्नी व उनकी 8 साल की मासूम बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। 11 साल का बेटा 15 घंटे खाई में अपने माता-पिता व बहन के शव के पास पड़ा रहा। वही, पुलिस व एसडीआरएफ रातभर चारों की तलाश में जुटी रही, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। यह हादसा इतना भयंकर था कि कार के परखच्चे उड़ गए।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, स्याल्दे विकासखंड के भिकियासैंण-देघाट मोटर मार्ग में कार संख्या- Uk08-U-6028 चचरोटी से करीब एक किमी आगे 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 42 वर्षीय मुनेंद्र सिंह, उनकी 38 वर्षीय पत्नी शशि सैनी व 8 साल की मासूम बेटी अदिति की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 11 साल का बेटा अर्णव घायल हो गया। यह लोग निजामपुर गुरुकुल नारसन, थाना हरिद्वार के रहने वाले थे।
रातभर खोजबीन में जुटी रही पुलिस व एसडीआरएफ
बीते सोमवार को यह लोग अपने घर से देघाट के लिए निकले थे। दोपहर 3 बजे तक उनका परिजनों से संपर्क हुआ था। जिसके बाद उनका संपर्क कट गया। थानाध्यक्ष देघाट राहुल राठी ने बताया कि दुर्घटना दोपहर करीब 2 से 3 बजे के बीच की है। सीएचसी देघाट के डॉक्टर सिद्धार्थ द्वारा शाम 5 बजे देघाट थाने में चारों लोगों के नहीं पहुंचने की सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से मुनेंद्र के मोबाइल की लोकेशन लेकर स्थानीय लोगों के साथ सर्च आपरेशन चलाया। बाद में एसडीआरएफ भी मौके पर पहुंची। पुलिस व एसडीआरएफ चारों की तलाश में जुटी रही लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
15 घंटे खाई में शवों के साथ पड़ा रहा घायल बेटा
हादसे में घायल अर्णव करीब 15 घंटे जंगल के बीच रातभर सुनसान गहरी खाई में अपनों के शवों के साथ पड़ा रहा। इस दौरान जंगली जानवरों से भी उसकी जान को खतरा हो सकता था। सुबह सूरज की किरण निकलते ही उसने खाई से निकलने की हिम्मत की। करीब 5 बजे खाई की दूसरी ओर से निकलकर किसी तरह सामने वाली सड़क पर पहुंचा। अर्णव को देखते ही स्थानीय लोग उसके पास पहुंचे। अर्णव ने उन्हें घटना के बारे में बताया। लोगों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दूसरी ओर से खाई में उतरकर रेसक्यू अभियान चलाया। शवों को रेस्क्यू टीम द्वारा गहरी खाई से निकालकर सड़क पर लाया गया।
थानाध्यक्ष राहुल राठी ने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ है वहां पर काफी गहरी खाई है। उस जगह से सड़क पर आना संभव नहीं था। जिसके चलते अर्णव दूसरी जगह से सड़क पर पहुंचा। उन्होंने बताया कि अर्णव को हादसे में मामूली चोटें आई है। वह पूरी तरह सुरक्षित है।
हादसे के दौरान सोया था अर्णव
एसओ राहुल राठी ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर सभी शव कार से छिटककर अलग-अलग जगहों पर पड़े हुए थें। घायल अर्णव ने पुलिस को बताया कि हादसा कैसे हुआ इसकी जानकारी उसे नहीं है। जब हादसा हुआ वह कार में सोया हुआ था। मृतकों के परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने पंचायतनामा कर पोस्टमार्टम की कार्यवाही शुरू कर दी है। एसओ राठी ने बताया कि हादसे की वजह पता नहीं लग पाई है। मामले की जांच की जा रही है।
फरवरी माह में ट्रांसफर होकर सीएचसी देघाट आई थीं मृतका
मृतका शशि सैनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, देघाट में स्टाफ नर्स के पद पर तैनाथ थीं। फरवरी माह में वह ट्रांसफर होकर देघाट आई थीं। पुलिस ने बताया कि अब तक जो जानकारी मिली है मृतका के पति गांव में ही खेतीबाड़ी का कार्य करते हैं। मृतक दंपति के बच्चे गांव में रहते थे या फिर देघाट, फिलहाल इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।