अल्मोड़ा: मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों ने राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेशध्यक्ष के बयान की निंदा की गई। मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि आंदोलन व धरना-प्रदर्शन के बाद लंबे समय में और कैडर के पदों पर कटौती के बाद मुख्य प्रशासनिक अधिकारी का पद सृजित किया गया है। दुनिया की कोई भी ताकत इस पद को समाप्त नहीं कर सकती हैं। कहा कि जरूरत हुई तो वे आंदोलन को तैयार रहेंगे और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद पर आंच नहीं आने देंगे।
मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में वक्ताओं ने कहा कि राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेशध्यक्ष राम सिंह चौहान ने एक बयान में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी का पद समाप्त करने की बात कही है। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी उनके इस बयान की घोर निंदा करते है।
मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रधानाचार्य को खंड शिक्षा अधिकारी का प्रभार देने पर नाराजगी जताई और कहा कि उन लोगों ने प्रशासनिक के बजाय एकेडमिक कैडर चुना है, तो आज किस बात से खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर प्रभार की बात करते हैं।
वक्ताओं ने सभी मुख्य प्रशासनिक अधिकारियों को आहरण वितरण अधिकारी नियुक्त करने की मांग करते हुए कहा कि विभाग को प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी से क्या कार्य लेना है इसके लिए भी गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। एक तरफ विभाग प्रस्तावित व किये गये अनुश्रवण कार्यक्रम की जानकारी मांगता है वहीं दूसरी तरफ संगठनों को आपत्ति होती है। ऐसे में यह सरकारी कार्य में बांधा माना जाएगा।
वक्ताओं द्वारा ग्रेड वेतन 6600 का पद सृजित करते हुए प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी का पद सृजित करने की भी मांग की है। बैठक की अध्यक्षता केदार दत्त जोशी व संचालन धीरेन्द्र कुमार पाठक ने किया।
वर्चुअल बैठक में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी हर्ष सिंह बिष्ट, ऊषा रानी, टेचन कुमार प्रजापति, सुशीला रावत,यू डी चमोली, जे डी आर्य, धीरेन्द्र कुमार पाठक, केदार दत्त जोशी, रमेश नैनवाल, सुरेश चंद्र कश्यप, संजय नेगी आदि मौजूद रहे।