अल्मोड़ा। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, हवालबाग में किसानों के लिए मशरूम की खेती का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें किसानों को बटन और ढींगरी मशरूम की खेती का तकनीकि प्रशिक्षण दिया गया।
हंस आजीविका परियोजना के तहत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिकों ने किसानों को बटन मशरूम उत्पादन के लिए मशरूम कम्पोस्ट तैयार करने, स्पॉन तैयार करने, ऑयस्टर मशरूम की खेती के लिए सब्सट्रेट के स्पॉनिंग, बैग भरने और आवरण मिट्टी की तैयारी की जानकारी दी गई। डॉ. केके मिश्रा, पीके मिश्रा, गौरव वर्मा, रमेश सिंह पाल और निधि सिंह द्वारा मशरूम उत्पादन, स्पॉन उत्पादन, रोग, कीट और उनके प्रबंधन, मशरूम के औषधीय और पोषण संबंधी महत्व आदि पर व्याख्यान दिया और व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए।
प्रशिक्षण में उत्तराखंड के अल्मोड़ा एवं टिहरी गढ़वाल जिले से कुल 28 किसानों ने भाग लिया। समापन समारोह में संस्थान के निदेशक डॉ. लक्ष्मीकांत ने किसानों से मशरूम उत्पादन के बारे में प्राप्त ज्ञान और व्यावहारिक जानकारी साझा करने का आग्रह किया।