अल्मोड़ा। राज्य स्थापना दिवस के मौके पर जनपद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। डीएम आलोक कुमार पांडेय ने जनपद वासियों को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मरचूला में हुए बस हादसे के चलते इस बार राज्य स्थापना दिवस सादगी से मनाया गया।
शनिवार सुबह नगर के चौघानपाटा में जिला खेल विभाग द्वारा क्रॉस कंट्री दौड़ को डीएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसमें विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान नगर में प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। जिसके बाद डीएम व नगर के अन्य जनप्रतिनिधियों व नागरिकों ने शिखर तिराहे के पास शहीद स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्य कार्यक्रम राजकीय बालिका सदन बख में आयोजित हुआ। जहां डीएम, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा ने पशुपालन विभाग के विभिन्न योजनाओं के 50 लाभार्थियों को करीब 19 लाख रुपए के चेक वितरित किए गए। वही, करवाचौथ पर आयोजित हुई मेहंदी प्रतियोगिता के विजेताओं को भी विजय राशि वितरित की गई। इसके बाद डीएम ने मंगलदीप विद्यालय खत्याड़ी में पहुंचकर दिव्यांग बच्चों को फल एवं मिष्ठान्न वितरण किया। मंगलदीप विद्यालय के नवीन भवन के संपर्क मार्ग के सुधारीकरण के लिए डीएम ने अपर मुख्य अधिकारी जिपं को दूरभाष पर निर्देशित किया।
ग्लोबल एक्शन मंथ के तहत अमन संस्था और उत्तराखंड यूथ नेटवर्क ने राज्य स्थापना दिवस पर कसारदेवी क्षेत्र के बल्टा में ग्रीन वॉक के तहत स्वच्छता अभियान चलाया। डीएम आलोक कुमार पांडेय ने कार्यक्रम का उद्धाटन किया। कार्यक्रम में नेहरू युवा केन्द्र और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के वालियंटर्स ने सहयोग किया।
स्थापना दिवस के कार्यक्रम में निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, तहसीलदार ज्योति धपवाल, सहायक नगर आयुक्त भरत त्रिपाठी, हेम चंद्र तिवाड़ी, धीरेंद्र पाठक, मनोज सनवाल, डॉ. विद्या कर्नाटक, अरूण बंग्याल, हीरा कनवाल समेत कई लोग मौजूद रहे।
राज्य आंदोलनकारियों ने गोल्ज्यू मंदिर में मनाया स्थापना दिवस
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी ने राज्य स्थापना दिवस सादगीपूर्ण तरीके से मनाया। जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर गोल्ज्यू मंदिर, डालाकोट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य के विकास की दिशा तय करने की मांग की। कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ता पलायन, शिक्षा स्वास्थ्य की स्थिति चिंतनीय है। इस दौरान सभी ने समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष का संकल्प लिया। यहां ब्रह्मानंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, गोपाल सिंह बनौला, बसंत बल्लभ जोशी, शंकर दत्त डालाकोटी, देवनाथ गोस्वामी, सुंदर सिंह, दिनेश जोशी, दौलत सिंह बगडवाल, पूरन सिंह बनौला, कैलाश राम समेत कई राज्य आंदोलनकारी मौजूद रहे।