रामनगर। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुली रेंज के धनगढ़ी म्यूजियम में गुरुवार को वनाग्नि रोकथाम के लिए गोष्ठी आयोजित की गई। जहां राइंका कोचियार, विकास खण्ड नैनीडाडा, पौडी गढवाल के छात्र-छात्राओं को वनाग्नि से बचाव व उसके रोकथाम के बारे में विस्तार से बताया गया।
रेंज अधिकारी उमेश कुमार आर्य की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों से वनों में आग न लगाने एवं वन क्षेत्र के समीप कूड़ा न जलाने की अपील की गई। बताया कि वनाग्नि सुरक्षा के अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 309 रेंज की सीमा से लगा होने के कारण आगन्तुको द्वारा जलती बीड़ी, सिगरेट, माचिस आदि फेंके जाने पर भी आग लगने का खतरा बना रहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 309 से लगे वन क्षेत्रों में विशेष निगरानी कार्य किया जाये। सभी को अवगत कराया गया कि इस वर्ष अप्रैल-मई में अत्यधिक तापमान के कारण भयानक वनाग्नि की दुर्घटनाए हुई जिसमे जान-माल की भी क्षति हुई। जिस पर छात्राओं एवं अध्यापको द्वारा आश्वासन दिया गया किया हम अपने क्षेत्र में वनाग्नि की घटनाए होने पर निकटतम चौकियों को सूचित करेंगे। इसके अतिरिक्त मानव वन्यजीव संघर्ष सम्बन्धी न्यूनीकरण के तहत लिविंग विद टाइगर थीम के बारे में भी बताया गया।
इस सम्बन्ध में छात्राओ एवं अध्यापकों को वन वन्यजीव संरक्षण तथा मानव-वन्यजीव संघर्ष के न्यूनीकरण हेतु जागरूक किया गया। उन्हें पारिस्थितिकी तंत्र में बाघ की भूमिका के महत्व से अवगत कराया गया। मानव वन्यजीव संघर्ष के निदान हेतु अपने व्यवहार में आवश्यक परिवर्तन किये जाने के लिए जानकारी भी उपलब्ध कराई गई। इसके अतिरिक्त छात्र-छात्राओं को धनगढी म्यूजियम भ्रमण के साथ प्लास्टिक का उपयोग न करने की प्रतिज्ञा ली गयी। जिसमें प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले दुष्प्रभाव जैसे पर्यावरण प्रदूषण, वन्यजीवों के लिए खतरा, स्वास्थ्य समस्याएँ, जल निकासी में बाधाएँ, विषैली गैसों का उत्सर्जन, पुनर्चक्रण की कमी आदि प्रकार के महत्त्वपूर्ण कारणों के बारे में विस्तारपूर्वक जाानकारी प्रदान की गयी तथा प्लास्टिक के उपयोग न करने की अपील की गयी एवं प्लास्टिक बैग की जगह कपड़े के बैग का उपयोग हेतु कहा गया।
इस मौके पर धर्मपाल सिंह नेगी, हेमा, नागेन्द्र सिह बिष्ट के अतिरिक्त स्टाफ में प्रधानाचार्य अफसर हुसैन, प्रवक्ता मनमोहन रावत, चन्दन नेगी, मुन्नी देवी मौजूद रहे।