अल्मोड़ा। मानसखंड विज्ञान केंद्र में अगस्त्या इंटरनेशनल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय अध्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयेाजित किया गया। कार्यक्रम में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के तीस से अधिक विद्यालयों के अध्यापक शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ एमेरिटस साइंटिस्ट जीसीएस नेगी और सीनियर साइंटिस्ट सीनियर साइंटिस्ट डॉ. नवीन चन्द्र जोशी ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन सत्र में विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। जीसीएस नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकों का दायित्व न केवल पाठ्यक्रम को पढ़ाना है, बल्कि बच्चों में वैज्ञानिक सोच और जिज्ञासा विकसित करना भी है। केंद्र के प्रभारी डॉ. नवीन चन्द्र जोशी ने कहा कि आधुनिक युग में विज्ञान शिक्षण को रोचक और व्यावहारिक बनाना जरूरी है।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों ने सरल उपकरणों का निर्माण, दैनिक जीवन के उदाहरणों से वैज्ञानिक सिद्धांतों को समझाना और प्रयोगों के माध्यम से जिज्ञासा उत्पन्न करना समेत कई व्यावहारिक गतिविधियों में भाग लिया।