अल्मोड़ा। कर्मचारी और शिक्षक एक अप्रैल यानि कल यूपीएस और एनपीएस के विरोध में काली पट्टी बांधकर अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में पहुंचेंगे। साथ ही जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेंगे।
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष एवं जिला मंत्री भूपाल सिंह चिलवाल ने संयुक्त रूप से प्रेस को जारी बयान में यूपीएस को एनपीएस से भी घटिया योजना बताते हुए कहा कि इसमें अंशदान के रूप में जमा की गई दस प्रतिशत की राशि के बारे में कोई प्रावधान नहीं है। ग्रेच्युटी शब्द का उल्लेख तक नहीं किया गया है इसके स्थान पर अर्हक सेवा अवधि के आधार पर एक मुफ्त राशि का जिक्र किया गया है, जो की अत्यधिक न्यून अथवा नहीं के बराबर है।
उन्होंने कहा कि यूपीएस में पारिवारिक पेंशन टर्म की जगह मासिक सुनिश्चित भुगतान टर्म का प्रयोग किया गया है, जिससे पारिवारिक पेंशन भी समाप्त होने का खतरा बना हुआ है। एनपीएस और यूपीएस दोनों में चिकित्सा प्रतिपूर्ति व अन्य सुविधाओं का प्रावधान नहीं है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारी और शिक्षक एनपीएस और यूपीएस दोनों का ही विरोध करते हैं। पुरानी पेंशन बहाली लागू तक आंदोलन जारी रखा जाएगा। जरूरत पड़ी तो भविष्य में आंदोलन को तेज किया जाएगा।