-एनएच में डामरीकरण कार्य में खुलेआम हो रही मानकों की अनदेखी
-स्थानीय लोगों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर उठाएं सवाल
अल्मोड़ा। ‘जंगल में मोर नाचा किसने देखा’ कहावत तो आपने कई बार सुनी होगी। नेशनल हाईवे 309 बी अल्मोड़ा पनार में भी इन दिनों कुछ यूं ही हो रहा है। हाईवे में सुधारीकण व डामरीकरण का कार्य चल रहा है। महज एक सप्ताह पहले बिछाया गया डामर जगह-जगह उखड़ने लगा है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इससे अनभिज्ञ बने हुए हैं। हैरानी की बात यह है कि जब मामले ने तूल पकड़ा तो विभागीय अधिकारी अपनी नाकामी छुपाने के लिए पाला को जिम्मेदार ठहराने लगे है। लेकिन स्थानीय लोगों ने इसे अधिकारियों की लापरवाही बताते हुए विभाग की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाएं हैं।
हनुमान मंदिर से काडानौला, तलेटखान तक एक हफ्ते पहले डामरीकरण किया गया था। मिट्टी के ऊपर कंक्रीट की पतली लेयर डालकर नाली का बेस तैयार किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों की अनदेखी से गुणवत्ताहीन काम धड़ल्ले से चल रहा है। सिर्फ औपचारिकता निभाने और मानकों की अनदेखी से एक हफ्ते में ही डामर उखड़ने लगा है। सड़क पर गड्ढे बन जाने और डामर मिक्स रोड़ी फैल जाने से दुर्घटना का भय बना है। रपट कर कई दोपहिया चालक चोटिल हो रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता बसंत बल्लभ पांडे, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य महेश पंत ने बताया कि काम की खराब गुणवत्ता को लेकर निर्माण में लगे मजदूरों और विभागीय अधिकारियों को बताया गया है, बावजूद इसके कार्य सुधार नहीं हो रहा है। और मनमाने ढंग से कार्य किया जा रहा है।
सचिव के निर्देशों का नहीं किया हुआ पालन
अल्मोड़ा। बीते अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में लोक निर्माण विभाग और जिले के प्रभारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने विकास भवन में विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक की थी। अल्मोड़ा पनार एनएच के सुधारीकरण कार्य में देरी होने पर तब सचिव ने नाराजगी व्यक्त की थी। और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन जिम्मेदार अफसरों ने सचिव के निर्देशों का पालन करना भी उचित नहीं समझा। जिससे एक बार फिर ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। हालांकि, विभागीय अफसरों का कहना है कि कार्य में देरी व लापरवाही पर ठेकेदार को पूर्व में नोटिस जारी किए गए थे।
निर्धारित समय में नहीं हो पाया सुधारीकरण कार्य
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों को जोड़ने को अल्मोड़ा वाया दन्या पनार प्रमुख सड़क है। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन इस सड़क सुधार के लिए विभाग को करोड़ों का बजट मिला है। निविदा के मुताबिक सड़क में कल्वर्ट, नाली निर्माण, चुनिंदा स्थानों पर इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाने, डामरीकरण सहित अन्य निर्माण तीन साल पहले पूरे हो जाने चाहिए थे। अलग-अलग वजहों से काम में देरी होने के चलते कार्य निर्धारित समय में पूरे नहीं हो पाए है। इन दिनों पेटशाल के पास इंटरलॉकिंग टाइल लगाने और दन्या से पनार तक डामर बिछाने, नाली निर्माण आदि काम चल रहे हैं।
यह काम काफी पहले समाप्त हो जाना चाहिए था, लेकिन अलग-अलग वजह से काम में देरी हुई हुई। कांडानौला क्षेत्र में डामर उखड़ने का मामला संज्ञान में आया है। क्षेत्र में पाला अधिक गिरना भी इसकी वजह है। ठेकेदार से इस इलाके में दोबारा डामरीकरण के लिए कहा गया है। गुणवत्तापूर्ण काम विभाग की प्राथमिकता है। निविदा शर्तों के मुताबिक काम की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी।
-अशोक कुमार, अधिशासी अभियंता, एनएच रानीखेत खंड।
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