अल्मोड़ा: वनाग्नि की घटनाओं को कट्रोल करने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सीनियर आईएफएस अफसरों को नोडल अधिकारी बनाकर जिलों में उतारा गया है। प्रमुख वन संरक्षक पर्यावरण एवं जलवायु डॉ. कपिल जोशी इन दिनों अल्मोड़ा जिले के भ्रमण पर है। इस दौरान वह जिले के अलग-अलग इलाकों में गए और विभागीय अधिकारियों से वनाग्नि रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। साथ ही वनाग्नि रोकथाम के लिए वनकर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
पीसीसीएफ पर्यावरण एवं जलवायु डॉ कपिल जोशी ने वन विभाग द्वारा लोधिया में आयोजित कार्यशाला में प्रतिभाग किया। इस कार्यशाला में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यशाला में वन कर्मियों व अन्य लोगों को वनाग्नि नियंत्रण व रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई।
मुख्य अतिथि कैलाश शर्मा ने कहा कि हर व्यक्ति का दायित्व है कि वह जंगलों को आग से बचाये। जंगलों में आग लगने से जहां जैवविविधता को भारी नुकसान पहुंचता है, जंगल में कई पशु-पक्षी, कीट आग की चपेट में आने से अपनी जान गंवाते है। साथ ही जंगलों में आग लगने से वन्य जीवों का रिहायशी इलाकों की ओर आने का खतरा भी बना रहता है। उन्होंने आमजनमानस से फायर सीजन में वनाग्नि नियंत्रण में वनकर्मियों के सहयोग की अपील की। इस दौरान उन्होंने वन विभाग द्वारा वनाग्नि नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और विभाग को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
पीसीसीएफ पर्यावरण एवं जलवायु डॉ. कपिल जोशी ने सभी वन कर्मियों को मुस्तैदी के साथ वनाग्नि सुरक्षा में गम्भीरता से जुटे रहने हेतु दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वन कर्मियों की अथक मेहनत का नतीजा है कि कई जंगल वनाग्नि से सुरक्षित है। इस दौरान उन्होंने लोधिया बीट में वनाग्नि रोकथाम के लिए किए गए कार्यों की सराहना की।
इस दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, पीसीसीएफ डॉ. कपिल जोशी समेत अन्य लोगों ने कार्यक्रम स्थल पर खुद पिरूल की पत्तियों को एकत्र कर वनाग्नि नियंत्रण में लोगों को वन विभाग के साथ जुड़ने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में डीएफओ सिविल एवं सोयम वन प्रभाग ध्रुव सिंह मर्तोलिया, महेन्द्र रावत, पूर्णा नन्द शर्मा, मनीष जोशी, जगत भट्ट, सरपंच जगदीश लटवाल, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रेम सिंह लटवाल समेत वन क्षेत्राधिकारी बिन्सर वन्य जीव विहार मनोज सनवाल, वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्या, वन क्षेत्राधिकारी कोसी दीपक पंत, वन दारोगा इंद्रा मर्तोलिया, नीरू गुप्ता, राजेंद्र बिष्ट, बीट अधिकारी पूनम पंत, कुंदन बगडवाल, दिनेश रावत समेत कई वनकर्मी व ग्रामीण मौजूद रहे।