अल्मोड़ा: अल्मोड़ा में वनाग्नि से जनहानि होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमेश्वर रेंज के एक गांव में आग बुझाने के दौरान एक ग्रामीण भीषण वनाग्नि की चपेट में आ गया। जलते हुए जंगल के बीच से ग्रामीण का अधजला शव बरामद हुआ है। वन विभाग ने पोस्टमार्टम कराने के लिए शव अपने कब्जे में ले लिया है।
बीते गुरुवार यानी 16 मई की देर शाम अल्मोड़ा तहसील (सोमेश्वर रेंज) के खाईकट्टा गांव में जंगल में अचानक भीषण आग लग गई। हवा चलने के कारण आग ने अचानक विकराल रूप धारण कर लिया। आग गांव तक न पहुंचे और ग्रामीणों को किसी प्रकार का नुकसान न हो इसके लिए ग्रामीण आग बुझाने के लिए जंगल की ओर चले गए और देर रात तक जंगल की आग बुझाने में जुटे रहे।
इस बीच जंगल की आग बुझाने आए गांव के 40 वर्षीय महेंद्र सिंह जब वापस घर नहीं लौटा तो ग्रामीणों ने उसकी काफी खोजबीन की। शुक्रवार यानी 17 मई की सुबह महेंद्र सिंह का अधजला शव जंगल के बीच से बरामद किया गया। महेंद्र जब आग की चपेट में आया तो किसी ने भी उसकी चीख पुकार नहीं सुनी।
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। डीएफओ दीपक सिंह ने बताया कि आग वन पंचायत भूमि में लगी हुई थी। जो कि गांव के बटिया से जंगल मैं फैली। वन विभाग को घटना की सूचना शुक्रवार सुबह मिली। उन्होंने बताया कि ग्रामीण के शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
अचानक हुए इस हादसे के बाद महेंद्र के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। बीते दिनों सोमेश्वर के ही स्यूनराकोट गांव में लीसा दोहन के कार्य में लगे 4 नेपाल मूल के श्रमिक जंगल की आग की चपेट में आ गए थे और उनकी मौत हो गई थी।