अल्मोड़ा: बिनसर वन्य जीव विहार में गुरुवार शाम हुई दर्दनाक हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। जंगल में आग का तांडव इतना विकराल था कि चार कर्मियों को अपनी जान बचाने का मौका तक भी नहीं मिला और वहीं पर जिंदा जल गए। वहीं चार अन्य कर्मचारी भागने में सफल रहे है। हालांकि वो भी काफी बुरी तरह से झुलस गए। आनन-फानन में सभी घायलों को बेस अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। जिसमें एक युवक की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह घटना बिनसर सेंचुरी के मुख्य गेट से करीब 5 किमी आगे बुरुंशकुटी के पास हुई। वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल ने बताया कि जंगल में आग लगने की सूचना मिली थी। जिसके बाद वन विभाग के 8 कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे। रेंजर मनोज सनवाल के मुताबिक आग नीचे गधेरे से सड़क की तरफ ऊपर आ रही थी। इस दौरान वन कर्मी आग बुझाने की योजना बना ही रहे थे कि तभी तेज हवा का झोंखा आया और आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। इस आग की वन कर्मियों समेत सड़क पर खड़ा सरकारी वाहन भी आग की चपेट में आ गया।
घटना की सूचना के बाद जिलाधिकारी विनीत तोमर, एसएसपी देवेंद्र पींचा, प्रभागीय वनाधिकारी वन प्रभाग दीपक सिंह समेत अन्य अधिकारी व पुलिस मौके पर घटनास्थल को रवाना हुए। लेकिन बिनसर सेंचुरी में प्रवेश करने के बाद घटनास्थल से पहले सड़क के दोनों ओर से भीषण आग लगी हुई थी। पुलिस व फारेस्ट कर्मियों ने किसी तरह आग को काबू किया। जिसके बाद सभी घटनास्थल की ओर बढ़ें।
एसएसपी देंवेंद्र पींचा ने बताया कि चारों शवों को रेस्क्यू कर मोर्चरी लाया गया। जहां पंचायतनामा की कार्यवाही पूरी करने के बाद शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
आग से झुलसकर घायल हुए चारों वनकर्मियों में फायर वाचर कृष्ण कुमार 21 वर्ष पुत्र नारायण राम की हालत गंभीर बनी हुई है। बेस अस्पताल के एमएस डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि कृष्ण कुमार जंगल की आग से करीब 80 प्रतिशत तक झुलस गए है। जबकि अन्य तीन वनकर्मी 40 से 50 फीसदी के बीच झुलसे हुए है। सभी को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
बता दें कि जिले में इससे पहले हवालबाग ब्लाक के स्यूनराकोट में 4 नेपाली श्रमिक व सोमेश्वर रेंज खाईकट्टा में एक व्यक्ति की जंगल की आग में झुलस कर मौत हो चुकी है। इस साल जिले में अब तक कुल 9 लोग अपनी जान गंवा चुके है।
मृतकों के परिजनों को मिलेगी 10-10 लाख की आर्थिक मदद
बिनसर वन्यजीव विहार में वनाग्नि से 4 वनकर्मियों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है। सीएम ने मृतकों के परिजनों को 10—10 लाख रुपए की अनुग्रह धनराशि दिए जाने को ऐलान किया गया है। सीएम ने कहा कि यह घटना बेहद हृदयविदारक है और दुःख की इस घड़ी में पूरी उत्तराखंड सरकार वनकर्मियों के परिजनों के साथ खड़ी है। गंभीर घायलों को आवश्यकतानुसार उपचार के लिए हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश एयरलिफ्ट करने के भी निर्देश मुख्यमंत्री धामी ने दिए।
मृतकों की सूची-
त्रिलोक सिंह मेहता पुत्र नारायण सिंह, वन बीट अधिकारी बिंसर रेंज, सिविल एवं सोयम वन प्रभाग अल्मोड़ा, निवासी उडलगांव बाड़ेछीना
दीवान राम 35 साल पुत्र पदी राम, दैनिक श्रमिक, निवासी ग्राम सौड़ा, कपड़खान, अल्मोड़ा
करन आर्या 21 साल पुत्र विशन राम, फायर वाचर
पूरन सिंह 50 साल पुत्र दीवान सिंह, पीआरडी जवान, निवासी ग्राम कलौन, अल्मोड़ा
घायलों की सूची-
कृष्ण कुमार 21 वर्ष पुत्र नारायण राम, फायर वाचर, ग्राम भेटुली, अयारपानी, अल्मोड़ा
कुंदन सिंह नेगी 44 साल पुत्र प्रताप नेगी, पीआरडी जवान, ग्राम खांखरी
भगवत सिंह भोज 38 साल पुत्र बची सिंह, वाहन चालक, ग्राम भेटुली, अयारपानी
कैलाश भट्ट 54 साल पुत्र बद्रीदत्त भट्ट, दैनिक श्रमिक, ग्राम धनेली, अल्मोड़ा