अल्मोड़ा। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का चहुंओर विरोध हो रहा है। राजनीतिक दलों के बाद अब किसान व मजदूर संगठन भी युवाओं के समर्थन में उतर आए है। अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान पर शुक्रवार को उत्तराखंड किसान सभा, सीआईटीयू, केंद्रीय पेंशनर एसोसिएशन, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति, अखिल भारतीय नौजवान सभा ने संयुक्त रूप से धरना-प्रदर्शन किया।
चौघानपाटा गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिना किसी की राय के अग्निपथ योजना का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के बाद युवाओं के साथ धोखा किया है। अग्निपथ योजना के विरोध में आज देश का युवा सड़कों पर उतर आया है। लेकिन सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है। साथ ही 7 सूत्रीय एक मांग जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा।
उत्तराखंड किसान सभा के जिला संयोजक दिनेश पाण्डे ने कहा कि केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना की घोषणा कर देश के युवाओं के साथ भद्दा मजाक किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्न की भाजपा सरकार द्वारा नोटबंदी, जीएसटी, कृषि कानून समेत सभी असफल योजनाएं आरएसएस व उसके सहयोगी संगठनों के समझ के अनुसार लिए जा रहे है। जो देश की जनता व युवाओं के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीति रही है कि वह झूठ बोलकर सत्ता कब्जाये।
सभा का संचालन किसान सभा के जिला संयोजक दिनेश पाण्डे व अध्यक्षता सेवानिवृत केंद्रीय कर्मचारी पेंशनर समिति के सचिव महेश आर्या द्वारा की गई। इस दौरान यूसुफ तिवारी, अनिल जोशी, राधा नेगी, सरस्वती आर्या, मुमताज अख्तर, आर.पी जोशी समेत कई लोग मौजूद थे।