अल्मोड़ा। पीसीसी चीफ करन माहरा के आह्वान पर नगर कांग्रेस ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया। कांग्रेसजनों ने कहा कि भाजपा सरकार में राज्य की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुकी है, भ्रष्टाचार चरम पर है। रानीखेत से भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई का अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवैध हथियारों के साथ पकड़ा जाना और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के खिलाफ विशेष सतर्कता न्यायाधीश द्वारा जांच के आदेश से भाजपा की पोल खुल गई है।
कांग्रेसजनों ने कहा कि जहां प्रदेश में महंगाई एवं बेरोजगारी के बोझ तले दबी जनता भाजपा सरकार में खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। वही, भाजपा के कैबिनेट मंत्री का नाम आय से अधिक सम्पत्ति में आ रहा है, जो भाजपा का असली चरित्र को उजागर करता है। कैबिनेट मंत्री को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेसजनों ने कहा कि रानीखेत से भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई को एसएसबी ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चेकिंग के दौरान तीन दर्जन से अधिक जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा है, जो काफी गंभीर मामला है। लेकिन सरकार भाजपा विधायक के भाई को बचाने का प्रयास कर रही है।
पुतला दहन कार्यक्रम में कांग्रेस नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, नगर महामंत्री संगठन वैभव पाण्डेय, मनोज कुमार जोशी, जिलाध्यक्ष महिला कांग्रेस राधा बिष्ट, पूरन रौतेला, शरद शाह, कविंद्र टम्टा, तारा तिवारी, गीता मेहरा, राधा तिवारी, दीपा शाह, गोविंद सिंह मेहरा, अख्तर हुसैन, ललित सतवाल, दीपक कुमार, जगदीश तिवारी, मनोज वर्मा, युमन सिद्दीक़ी, सुंदर बिष्ट, संगम पांडेय, अजीत टम्टा, राहुल अधिकारी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सोमेश्वर में कांग्रेस ने सीएम व सरकार का पुतला फूंका
सोमेश्वर में जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज के नेतृत्व में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री व प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया गया। जिलाध्यक्ष भोज ने कहा कि रानीखेत से भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल और उनका ड्राइवर दिनेश चंद्र को बनबसा चौकी पर अवैध 40 जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक प्रमोद नैनवाल भाई की आड़ में तस्करी का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि अब देखना है कि मुख्यमंत्री इन्हें बचाने का प्रयास करते हैं या फिर इन पर देशद्रोह का मुकदमा चलवाते हैं।
पुतला दहन कार्यक्रम में कुंदन भंडारी, राजेंद्र बाराकोटी, भुवन दोसाद, सुरेश बोरा, राजेंद्र बोरा, भीम सिंह अल्मिया, किशोर नयाल, गणेश बजेटा, हरीश आगरी, पूरन बिष्ट, ललित कुमार समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।