अल्मोड़ा। द्वाराहाट में भाजपा से नाराज चल रहे कैलाश को आखिरकार पार्टी ने मना ही लिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से बातचीत के बाद रूठे कैलाश मान गए है और उन्होंने अपना नामांकन वापस लेने की बात कही है।
द्वाराहाट विधानसभा से कैलाश भट्ट भाजपा के दमदार दावेदारों में सुमार है और टिकट की दौड़ में अंतिम चरण तक बने हुए थे। लेकिन आखिरी समय में पार्टी ने कैलाश का टिकट काट कर अनिल साही को द्वाराहाट से भाजपा प्रत्याशी घोषित कर दिया। जिससे नाराज होकर कैलाश भट्ट ने निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था।
कैलाश भट्ट के नामांकन पत्र दाखिल करते ही पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई थी। इसी बात को लेकर मुख्यमंत्री धामी द्वारा भी बार बार कैलाश से वार्ता की जा रही थी। लगातार मान मनोव्वल का काम किया जा रहा था। जिस क्रम में रवि नेगी प्रभारी अल्मोड़ा, चारों मंडलों के मंडल अध्यक्ष, मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रमोद रौतेला, प्रदेश प्रभारी प्रह्लाद जोशी, उत्तराखण्ड चुनाव सह प्रभारी लाकेट चटर्जी, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा फोन पर कैलाश को मनाने की कोशिश की गई।
तमाम अटकलों के बाद आज आखिरकार कैलाश मान गए और उन्होंने पार्टी के लिए फिर से खड़े होने का एलान कर दिया। भाजपा प्रत्यासी अनिल साही के प्रचार करने के सवाल पर कैलाश ने कहा कि अनिल साही से उनकी कोई नाराजगी नही थी। उन्होंने कहा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के आश्वासन के बाद उन्होंने अपना नामांकन पत्र वापस लेने का निर्णय लिया है और पहले की भांति पार्टी के लिए काम करेंगे।