हल्द्वानी: पिछले 25 दिन से पुलिस को चकमा दे रहा दुष्कर्म और छेड़छाड़ का आरोपी पूर्व बीजेपी नेता मुकेश बोरा गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी रामपुर में एक वकील से सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने की कोशिश में था। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया।
एक सितंबर को मुकेश बोरा के खिलाफ महिला ने नौकरी पक्की करने के नाम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसी दिन पुलिस ने दुष्कर्म का केस दर्ज किया था। दो सितंबर को मुकेश बोरा पर पॉक्सो की धारा बढ़ाई गई। पीड़ित महिला ने बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप भी लगाया था। तभी से गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग को लेकर बोरा कोर्ट गया था। कोर्ट ने याचिका निरस्त की तो वह हाईकोर्ट पहुंच गया था। 13 सितंबर को हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर सशर्त रोक लगा दी थी। 17 को गिरफ्तारी की याचिका खारिज हो गई। तब से बोरा फरार हो गया था।
एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीम में लगी हुई थी। टीमें उसके छिपे होने के संभावित ठिकानों उत्तर प्रदेश के बरेली, फरीदाबाद, दिल्ली के अलावा अन्य जगहों पर लगातार छापामारी कर रही थी। सर्विलांस के आधार पर पता चला कि मुकेश बोरा सुप्रीम कोर्ट में अपनी याचिका लगाने के लिए उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक वकील से संपर्क कर रहा है। इस सूचना के बाद पुलिस ने छापामारी की। पुलिस ने मुकेश बोरा को छापामारी कर रामपुर के चाकू मोहल्ले से गिरफ्तार किया है।
इस पूरे मामले में मुकेश बोरा को भगाने में और फाइनेंशियल मदद करने वाले चार लोगों के खिलाफ भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि पूरे मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।