रुद्रप्रयाग। विधानसभा चुनाव में यूकेडी प्रत्याशी पर हुए हमले का पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा किया है। 10 दिनों तक चली जांच में पुलिस ने मामले को भ्रामक बताते हुए चुनाव में सहानुभूति व लाभ लेने के मकसद से स्वयं तैयार किया गया घटनाक्रम बताया गया। पुलिस अब आईपीसी की धारा 182 के तहत न्यायालय में मामले को प्रस्तुत करेगी।
ये भी पढ़ें
बड़ी खबर: पोस्टल बैलेट को लेकर हरीश रावत ने वायरल किया वीडियो, चुनाव आयोग से की यह अपील
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि 12 फ़रवरी की रात्रि को ज़वाड़ी बाईपास पर यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हमला होने की सूचना मिली थी। जिस पर तत्काल सीओ रुद्रप्रयाग मौके पर पहुंचे थे। लेकिन घटनास्थल पर कोई भी मौजूद नहीं था। बाद में पुलिस एक प्राइवेट नर्सिंग होम से प्रत्यासी को जिला अस्पताल ले गई जहाँ मेडिकल के बाद तहरीर ली गई।
ये भी पढ़ें
उत्तराखंड का लाल सियाचीन में शहीद
पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू की व तमाम सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स खंगालने व पूछताछ के बाद जांच पूरी की। जांच में पूरी घटना मनगढ़ंत पाई गई। चुनाव में सहानुभूति व लाभ पाने के मकसद से झूठी सूचना दे कर खुद क्राइम सीन तैयार किया गया। एसपी ने बताया कि मामले को आइपीसी की धारा 182 के तहत न्यायालय को भेजा जा रहा है।
वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें
पीड़ित ने की CBI जांच की मांग
यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी ने पुलिस की इस जांच पर सवाल उठाते हुवे घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने किसी पार्टी विशेष के दबाव में यह जांच की है। साथ ही डिमरी ने सत्ता पक्ष पर सरकारी मशीनरी का दुरुप्रयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो यूकेडी राज्य भर में आंदोलन करेगी।
ये भी पढ़ें