अल्मोड़ा। उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक मुहिम शुरू की है। जिसकी शुरूआत सरकारी कार्यालयों से की गई है। लेकिन अल्मोड़ा में शासन के आदेश का कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा है। इसकी बानगी तब देखने को मिली जब गुरुवार को सरकारी बैठक में अधिकारियों को प्लास्टिक की बोतल में पानी दिया गया। जबकि कुछ ही दिन पहले डीएम द्वारा सरकारी कार्यालयों में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध को लेकर आदेश जारी किया गया है।
हैरानी की बात यह है कि कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत व डीएम वंदना स्वयं इस बैठक में मौजूद थी। दोनों अफसरों की मौजूदगी में बैठक में उपस्थित अधिकारियों की टेबल पर प्लास्टिक की वॉटर बोतल का उपयोग किया गया।
ये भी पढ़ें-
ज्ञात हो कि मुख्य सचिव एसएस संधु ने हाल ही में प्लास्टिक पर प्रतिबंध के आदेश जारी किए थे। जिसमें सभी जिलाधिकारियों को सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए थे। सरकारी कार्यालयों से ही इसकी शुरूआत होनी थी। हालांकि, यह अलग बात है कि अल्मोड़ा में इस आदेश का कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा।
दरअसल, 26 मई गुरुवार को जिला कार्यालय में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने यूपीएससी परीक्षा के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। जिले के सरकारी बाबू से लेकर आला अधिकारी बैठक में मौजूद थे। बैठक में सभी अधिकारियों के आगे प्लास्टिक की पानी की बोतलें रखी गई थी। जो नियमों का खुला उल्लंघन था।
ये भी पढ़ें-
इस मामले में इंडिया भारत न्यूज पोर्टल द्वारा जिलाधिकारी वंदना से दूरभाष के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।