अल्मोड़ा। गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी कटारमल के सामाजिक एवं आर्थिक विकास केंद्र द्वारा आदर्श ग्राम विकास योजना में चयनित ग्राम समूह ज्योली के कुज्याड़ी ग्राम में चीड़ की सूखी पत्तियों (पिरूल) द्वारा जैविक ईधन (बायो-ब्रिकेट) बनाने का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में ग्राम कुज्याड़ी की प्रधान ममता जोशी, सामाजिक एवं आर्थिक विकास केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. हर्षित पंत जुगरान, डॉ. वाई.के. राय (ग्रामीण तकनीकी परिसर प्रभारी) तथा मास्टर ट्रेनर डॉ. डी.एस. बिष्ट शामिल रहे।
डॉ. हर्षित ने ग्रामवासियों को पिरूल की उपयोगिता तथा जैविक ईधन बनाने के लिए जानकारी दी। डॉ. राय तथा डॉ. बिष्ट ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का स्थल प्रदर्शन आयोजित करवाया। ममता जोशी द्वारा इस कार्यक्रम के लिए केन्द्र का आभार व्यक्त किया गया तथा ग्राम क्षेत्र में भविष्य में भी जोर-शोर से जैविक ईधन बनाने का आश्वाशन दिया। इस कार्यक्रम में ग्राम के कुल 18 प्रतिभागियों ने भाग लिया।