अल्मोड़ा। खाद्यान्न वितरण प्रणाली में केंद्र सरकार के नए-नए नियमों से सस्ता गल्ला विक्रेता काफी खफा हैं। सस्ता गल्ला विक्रेताओ ने इसके विरोध में जिला पूर्ति कार्यालय पहुँचकर सामूहिक इस्तीफा दिया। जिले से क़रीब 100 से अधिक सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दिया। इस मौके पर सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध भी जताया।
सस्ता गल्ला विक्रेताओं के बड़े पैमाने में इस्तीफा देने के बाद आने वाले दिनों में खाद्यान्न वितरण में संकट पैदा हो सकता है। सस्ता गल्ला विक्रेताओं का कहना है कि खाद्यान्न वितरण प्रणाली केंद्र सरकार ऑनलाइन बायोमेट्रिक समेत नए नए नियम कानूनों को लाद रही है, जबकि न ही उनके मानदेय में वृद्धि की जा रही है, न ही उनको ऑनलाइन कार्य के लिए इंटरनेट का खर्चा दिया जा रहा है। जिसके खिलाफ वह आज सामूहिक रूप से अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
पर्वतीय सस्ता गल्ला विक्रेता संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि सरकार लगातार उनकी मांगों की अनदेखी कर , उन पर वेवजह दबाव बनाया जा रहा है। जिसके खिलाफ आज उन्होंने अपने पद से सामूहिक इस्तीफा सौपा है। जिसकी शुरुआत आज अल्मोड़ा से की है, आगे अन्य जिलों में भी विक्रेता अपना इस्तीफा सौपेंगे।
वही क्षेत्रीय खाद्यान्न अधिकारी एल डी जोशी ने बताया कि सस्ता गल्ला विक्रेताओं से अपने इस्तीफे को लेकर पुनर्विचार करने की गुजारिश की गयी है। खाद्यान्न वितरण में किसी प्रकार की कोई रुकावट न आये, इसको लेकर वैकल्पिक व्यवस्था भी की गई है।
इस मौके पर प्रदेश सलाहकार दिनेश गोयल, प्रदेश संयोजक अभय साह, संजय साह, केशर सिंह, दीपक साह, नारायण सिंह, नवीन चंद्र सुयाल, आनन्द सिंह बिष्ट, चंदन सिंह, किशन सिंह, महेंद्र रावत, नरेंद्र कुमार, खष्टी पंत समेत कई लोग मौजूद थे।