अल्मोड़ा। राजकीय संग्रहालय की प्रभारी निदेशक स्व. मंजू तिवारी की 11वीं पुण्यतिथि पर आयोजित जन स्वास्थ्य पर जन संवाद कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली दूर करने एवं सभी नागरिकों को समान गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु दीर्घ कालीन अभियान शुरू करने का फैसला लिया गया। संवाद में सरकार से उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली दूर करने हेतु एक उच्चस्तरीय न्यायिक आयोग बनाने, स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हर स्तर पर जनसुनवाई करने एवं स्वास्थ्य, शिक्षा से लेकर जांचों, दवाओं में जड़ जमाई, कमीशन खोरी पर रोक लगाने की मांग की गई।
इस मौके पर उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा कि जिला अस्पताल अल्मोड़ा में मंजू तिवारी की चिकित्सा विभाग की आपराधिक लापरवाही से हुई मृत्यु की मजिस्ट्रेट जांच के बावजूद सरकार द्वारा दोषियों पर आज तक कार्यवाही न करना गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, बाजारीकरण के कारण हजारों लोग मंजू तिवारी की तरह अपना मूल्य जीवन खोते हैं इसका मलाल उनके प्रिय जनों तथा समाज को जीवन भर सालता है किंतु सरकारें इस सवाल पर संवेदनहीन बनी हुई हैं।
संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में सरकारी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज, अव्यवस्था, बदइंतजामी के शिकार हैं जबकि हमारे माननीय विधायक अपनी विदेशों में इलाज की व्यवस्था करा चुके हैं। वक्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में तमाम संवेदनशील व ईमानदार लोग अपने को असहाय पाते हैं।
जन संवाद की अध्यक्षता पूर्व निदेशक डॉ जे सी दुर्गापाल, आनंदी वर्मा एवं सलाम समिति के अध्यक्ष राजेंद्र रावत ने की तथा संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी व पत्रकार नवीन बिष्ट ने किया। जनसंवाद में तय हुआ कि जल्दी ही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर भविष्य में निरंतर जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे इसके साथ ही संवाद में सभी राजनीतिक दलों से सभी को सामान व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता की घोषणा करने की भी अपील की।
यहां सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता, प्रबुद्ध लोगों ने अपनी आप बीती के साथ अपने अनुभव साझा किया जिसमें एडवोकेट नारायण राम, लोक वाहिनी के जगत रौतेला, एडवोकेट जीवन चंद्र, एडवोकेट पान सिंह बोरा, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजेंद्र बोरा, पत्रकार जगदीश जोशी, सेवानिधि के कमल जोशी, प्रोफेसर डॉक्टर एस. एस पथनी, लोक कलाकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल चम्याल, डॉ रमेश दानू, एस. एस. कपकोटी, डी. के. कांडपाल, एडवोकेट भारती, जगदीश ममगई, लोक वाहिनी के पी सी तिवारी, डॉ रेनू जोशी, मोहम्मद साकिब, चंपा सुयाल, विपिन जोशी कोमल, पत्रकार अशोक पांडे, छात्र नेत्री श्वेता शर्मा, नारायण सिंह थापा, त्रिभुवन पांडे, राजू गिरी, प्रकाश चंद्र साह, पत्रकार जाहिद खान, धीरेंद्र मोहन पंत, अनिता बजाज, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, विनोद तिवारी, भावना पांडे समेत तमाम लोग मौजूद रहे।