अल्मोड़ा। मेडिकल कालेज से संबद्ध बेस अस्पताल में संचालित राजकीय नशा मुक्ति एवं एवं पुनर्वास केंद्र में एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। पोस्टमार्टम और जांच कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद मौत की स्पष्ट वजह सामने आ पाएगी। बताया जा रहा है कि मृतक होमगार्ड के पद पर कार्यरत था।
पुलिस ने बताया कि ग्राम छानी बाड़ेछीना निवासी 40 वर्षीय राजेंद्र सिंह पुत्र किशन सिंह को उसके परिजनों द्वारा गत 21 अगस्त को राजकीय नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि राजेंद्र ने 28 अगस्त को केंद्र में रखे सेनेटाइजर को गटक लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। 29 अगस्त यानि शुक्रवार आधी रात में उसकी मौत हो गई।
सूचना के बाद परिजने भी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने पंचायतनामा व पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। संकल्प नशा मुक्त देवभूमि ट्रस्ट संस्था द्वारा यह केंद्र संचालित किया जा रहा है। अधेड़ की मौत के बाद अब केंद्र की व्यवस्थाओं पर कई सवाल खड़े होने लगे है। फिलहाल परिजनों द्वारा पुलिस को कोई तहरीर नहीं सौंपी गई है।
डीएम आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि 28 अगस्त को मुख्यमंत्री द्वारा नशा मुक्ति केंद्र का उद्धाटन किया जाना था। इसी कार्यक्रम के चलते वहां सेनेटाइजर रखा गया था। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज देख ली है। जिसमें मरीज सेनेटाइजर की कुछ घूंट पीता हुआ दिखाई दे रहा है। जिसके बाद उसे उल्टियां करवाई गई थी। इसी दिन मरीज ने शाम के समय केंद्र में हुई एक्टिविटी में डांस भी किया था, यह गतिविधि वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। जिसमें सीएमओ, एसडीएम सदर, सीओ और जिला समाज कल्याण अधिकारी शामिल हैं। जांच कमेटी को शनिवार यानि आज शाम तक रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए है। मौत की स्पष्ट वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी।
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