अल्मोड़ा। महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर डॉ. पवनेश ठकुराठी की शोध पुस्तक ‘प्रेमचंद के कथा साहित्य का सामाजिक.सांस्कृतिक अध्ययन’ का लोकार्पण एसएसजे विश्वविद्यालय के शोध निदेशक व हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने किया। डॉ. ठकुराठी जीआईसी नाई में हिंदी विषय के प्रवक्ता पद पर …
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साहित्य
पुण्यतिथि पर विशेष.. पहाड़ की संवेदनाओं के कवि कन्हैयालाल डंडरियाल
हमारे कुछ साथी उन दिनों एक अखबार निकाल रहे थे। दिनेश जोशी के संपादन में लक्ष्मीनगर से ‘शैल-स्वर’ नाम से पाक्षिक अखबार निकल रहा था। मैं भी उसमें सहयोग करता था। बल्कि, संपादक के रूप में मेरा ही नाम जाता था। यह 2004 की बात है। हमारे मित्र शिवचरण मुंडेपी …
Read More »गर्व: गीतांजलि श्री के उपन्यास को हिंदी का पहला ‘अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार’
डेस्क। हिंदी की मशहूर लेखिका गीतांजलि श्री (Writer Geetanjali Shree) के उपन्यास ‘टूंब ऑफ़ सैंड’ को अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज़ से नवाज़ा गया है। ‘टूंब ऑफ़ सैंड’, गीतांजलि श्री के मूल हिंदी उपन्यास ‘रेत-समाधि’ का अनुवाद है। इसका अंग्रेज़ी अनुवाद मशहूर अनुवादक डेज़ी रॉकवेल ने किया है। बीते दिन लंदन में …
Read More »पुण्यतिथि पर विशेष.. पहाड़ की संवेदनाओं के कवि थे शेरदा ‘अनपढ़’
मेरी ईजा (मां) बग्वालीपोखर इंटर कालेज के दो मंजिले की बड़ी सी खिड़की में बैठकर रेडियो सुनती हुई हम पर नजर रखती थी। हम अपने स्कूल के बड़े से मैदान और उससे लगे बगीचे में ‘लुक्की’ (छुपम-छुपाई) खेलते थे। जैसे ही ‘उत्तरायण’ कार्यक्रम आता ईजा हमें जोर से ‘धात’ लगाती। …
Read More »Sangeet Natak Akademi Award : गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के सम्मान ने बढ़ाया उत्तराखंड का मान
डेस्क। उत्तराखंड के प्रख्यात लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को लोक संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें दिल्ली में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने प्रदान किया। नरेंद्र सिंह नेगी के इस सम्मान के बाद लोक कला के क्षेत्र से …
Read More »डॉ. हेम चन्द्र तिवारी की कविता- ‘भीतर की आग में दहा करें…’
भीतर की आग में दहा करें जब प्रेम कलश मनुहार भरे, चलती मतवालों की टोली। कुछ रंग हास के खास लिए, अनगढ़, अबूझ अठखेली। फागुन के फाग समेट राग, कुंचित अलकों पर प्रेम साज, सतरंगी नभ करती जाती, प्रिय मिलन हृदय जलती बाती। पावस का यह है सुखद पर्व, जन …
Read More »कुमाउनी के पहले पत्र संग्रह ‘अगास दूर न्हा’ का लोकार्पण
अल्मोड़ा। युवा लेखक डाॅ. पवनेश ठकुराठी द्वारा लिखित कुमाउनी के पहले पत्र संग्रह ‘अगास दूर न्हा’ का कुमाउनी मासिक ‘पहरू’ के सुनारीनौला स्थित कार्यालय में लोकार्पण किया गया। लोकार्पण करते हुए ‘पहरू’ के संपादक डॉ. हयात सिंह रावत ने कहा कि ‘अगास दूर न्हा’ पुस्तक कुमाउनी में पत्र साहित्य विधा …
Read More »संत रैदास… जो जाति का चक्रव्यूह न भेद सके
जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात। रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात॥ (जिस प्रकार केले के तने को छीला जाए तो पत्ते के नीचे पत्ता फिर पत्ते के नीचे पत्ता और अंत में कुछ नहीं निकलता है। लेकिन पूरा पेड़ खत्म हो जाता है। …
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