बागेश्वर: उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने बागेश्वर उपचुनाव में जनता से अपील की है कि बागेश्वर के मतदाता 1921 में चले कुली बेगार आंदोलन की तरह इस चुनाव से उत्तराखंड को एक स्पष्ट राजनीतिक दिशा दे सकते हैं। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी तिवारी ने संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा कांग्रेस, बीजेपी, उक्रांद तथा बसपा जैसे दलों ने विधानसभा में जाकर सत्ता में भागीदारी की। लेकिन उत्तराखंडी अस्मिता और राज्य की अवधारणा के साथ खिलवाड़ किया। जिस कारण आज राज्य प्राकृतिक संसाधनों, जमीनों की लूट, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन का शिकार हो रहा है। जिसके लिए सत्तारूढ़ भाजपा सुनियोजित रूप से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर जनता को बर्गला रही है।
तिवारी ने कहा कि राज्य की दुर्दशा के लिए कांग्रेस-भाजपा के साथ उक्रांद जैसे क्षेत्रीय दलों के नेता भी बराबर के जिम्मेदार हैं। जिन्होंने विधायक बनने के बाद पहाड़ की अस्मिता जमीन बचाने का नहीं बल्कि कुर्सियों में आराम करना बेहतर समझा। जिसका खामियाजा आज उत्तराखंड की जनता भोग रही है।
तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने बागेश्वर की जनता एवं उत्तराखंड की संघर्षशील ताकतों से एकजुट होकर दिल्ली की कठपुतली राजनीति के बदले उत्तराखंड के संघर्ष से उपजी उपपा को मजबूत कर राज्य को बड़े राजनीतिक बदलाव की दिशा देने की अपील की है।