हल्द्वानी: उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी की मुखानी चौराहे के पास एक संस्थान में हुई बैठक में राज्य में जन आंदोलनों व क्षेत्रीय हितों की सोच रखने वाली तमाम शक्तियों से प्राकृतिक संसाधनों, जमीनों को बचाने व राज्य की अस्मिता रक्षा के लिए भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ एक सशक्त राजनैतिक विकल्प तैयार करने की अपील की। उपपा ने हल्द्वानी में बाल संरक्षण गृह की नाबालिग के साथ दुराचार मामले की निष्पक्ष जांच कर रसूखदार को गिरफ्तार करने की मांग की।
बैठक में केन्द्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने कहा कि पूरे प्रदेश में पार्टी सांगठनिक ढांचे को मजबूत और व्यवस्थित करने व सभी संघर्षशील लोगो को पार्टी से जोड़ने का प्रयास करेगी। केन्द्रीय महासचिव प्रभात ध्यानी ने कहा कि संवेदनशील हिमालय क्षेत्र उत्तराखंड में विकास के नाम पर विनाशकारी योजनाएं तैयार की जा रही हैं तथा सत्ता प्राप्त करने के लिए मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम किया जा रहा है।
वक्ताओं ने कहा कि हल्द्वानी में यातायात व्यवस्था सही नहीं होने के कारण यहां जन जीवन तथा व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, जिसके लिए उपपा सरकार का ध्यान आकार्षित करेगी।
बैठक मे पार्टी की केद्रीय उपाध्यक्ष आनन्दी वर्मा, केन्द्रीय महासचिव एडवोकेट नारायण राम, दिनेश, केन्द्रीय कार्यकारिणी के जमन सिह मनराल, चिन्ता राम, भोपाल धपोला, हीरा देवी, शशि उनियाल, सुनील, दर्शन बडोला ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस बैठक में हल्द्वानी की सामाजिक संस्थाओं में दिव्यांग व नाबालिग बच्चों के शोषण को लेकर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की और सरकारी बाल संरक्षण गृह में नाबालिग के साथ हुए यौन शोषण के मामले में सीबीआई जांच करने व रसूकदार व्यक्ति को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की।
इस दौरान कई प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमे कहा गया कि उत्तराखंड में खेती पर जंगली जानवरों का हमला और खेती चौपट होने के लिए सरकार की नीतिया जिम्मेदार हैं। इस मुद्दे पर सरकार द्वारा उचित कदम नहीं उठाने पर भविष्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने का मानना है कांग्रेस और भाजपा दोनों की ही नीतियां उत्तराखंड विरोधी रही हैं, इसलिए उपपा उत्तराखंड की अस्मिता एवं संसाधनों को लेकर गम्भीर रूप से संगठनों, व्यक्तियों को एकजुट करेगी। साथ ही हल्द्वानी में आगामी 27 दिसम्बर को एक गोष्ठी करने का निर्णय लिया गया।