अल्मोड़ा। छात्रसंघ चुनाव कराने पर असमर्थता के सरकार के हाईकोर्ट में दिए गए जवाब के बाद छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया है। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर के छात्रों ने शुक्रवार को जमकर हंगामा काटा। छात्र नेताओं ने शहर की मुख्य सड़क माल रोड को करीब एक घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया। इस दौरान कई बार छात्रों की पुलिस से तीखीं नोंकझों हुई। छात्रों को समझाने में पुलिस के पसीने छूट गए थे।
सुबह पहले छात्र नेताओं ने विवि प्रशासनिक भवन व कैंपस के सभी कार्यालयों को बंद कराया। जिसके बाद चौघानपाटा पहुंचकर सांकेतिक चक्काजाम किया। जिसके बाद जुलूस के साथ आक्रोशित छात्र कैंपस पहुंचे। और छतों में चढ़ गए। बाद में छात्रों ने विवि के मुख्य गेट के पास माल रोड के बीचों बीच टायरों में आग लगा दी। और सड़क जाम कर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला प्रशासन के साथ ही काफी तादाद में पुलिसकर्मी मौजूद रहे। पुलिसकर्मियों के समझाने के बाद भी छात्र नेता नहीं माने। माल रोड में दोनों ओर कई वाहन फंसे रहे। बाद में छात्र नेता सड़क से उठकर विवि के प्रशासनिक भवन के बाहर धरने पर बैठ गए।
छात्रों ने कहा कि सरकार व विवि प्रशासन नहीं चाहता कि छात्र संघ के चुनाव हो। यह छात्र हितों का दमन है, जिसे वे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उधर, कुलसचिव डॉ. डीएस बिष्ट ने कहा पूर्व में छात्र संघ चुनाव उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। शासन से जैसा आदेश आएगा, उसी अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
छात्र राजनीति को खत्म करने की साजिश रच रही सरकार: भोज
अल्मोड़ा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष व पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज ने कहा कि भाजपा सरकार में समाज का हर वर्ग त्रस्त है। उन्होंने छात्रसंघ चुनाव को लेकर सरकार द्वारा हाईकोर्ट में दिए गए जवाब को छात्र राजनीति को खत्म करने की साजिश बताया है। कहा कि सरकार निकाय, पंचायत, छात्र संघ सभी चुनावों को टाल रही है। पूर्व के उपचुनावों में भाजपा की करारी हार से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को चुनावों में हार का डर सताने लगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी छात्र छात्राओं को मुखर होकर सरकार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। कांग्रेस पार्टी छात्रों के हर संघर्ष में मजबूती से खड़ी रहेगी।
सरकार शीघ्र कराए छात्र संघ चुनाव: उछास
अल्मोड़ा। उत्तराखंड छात्र संगठन की संयोजक भावना पांडे ने कहा कि छात्र संघ चुनावों पर रोक लगाकर सरकार युवाशक्ति को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से बाहर करना चाहती है।प्रदेश सरकार ने उच्च न्यायालय में जानबूझकर गलत बयानी की। और अब उच्च न्यायालय की आड़ में छात्र, युवाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार से तत्काल छात्र संघ चुनाव कराने की मांग की है।