अल्मोड़ा। एक तरफ उत्तराखंड और केंद्र सरकार दावा कर रही है कि अग्निपथ योजना युवाओं के लिए ऐतिहासिक है, वहीं युवा सड़कों पर उतरकर इस फैसले को वापस लेने की मांग पर अड़े दिख रहे हैं। सरकार की सेना भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ के विरोध में शुक्रवार 17 मई को अल्मोड़ा में युवा सड़कों पर उतर आए। युवाओं ने शांतिपूर्वक जुलूस निकाल कर विरोध जताया और प्रदर्शन किया।
अग्निपथ योजना के विरोध में सैकड़ों युवा चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में एकत्रित हुए। जहां आयोजित सभा में वक्ताओं ने सरकार के इस फैसले को युवा विरोधी बताया। इसके बाद युवाओं ने चौघानपाटा से मालरोड होते हुए मुख्य बाजार में विशाल जुलूस निकाला।
युवाओं ने कहा कि सेना में भर्ती होने के लिए कई युवा 12 वीं पास करने से पहले ही तैयारी में जुट जाते है। कई साल तक कड़ी मेहनत करते हैं। केंद्र सरकार अब अग्निपथ योजना लेकर आई है। योजना के तहत चार साल नौकरी करने के बाद सेना से छुट्टी कर देने से युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। युवाओं ने सरकार ये योजना को तुरंत वापस लेने की मांग की।
युवाओं ने कहा कि केंद्र सरकार की इस नई योजना के चलते सेना में स्थाई भर्ती की जगह संविदा के तौर पर भर्ती होगी, जो कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है, जिससे सालों से सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ धोखा होगा। कहा कि इस भर्ती स्कीम से न सिर्फ युवाओं को नुकसान होगा बल्कि सेना की गोपनीयता व विश्वसनीयता भी भंग हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी प्रणाली कायम रखे।
इस दौरान यूथ कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वैभव पांडे व नगर व्यापार मंडल, अध्यक्ष सुशील साह ने युवाओं को अपना समर्थन दिया।