अल्मोड़ा: जिले में गुलदार के अटैक का रूह कंपा देने वाला मामला सामने आया है। बाइक सवार एक शख्स पर एक नहीं बल्कि दो-दो गुलदारों ने अटैक कर दिया। बाइक सवार ने किसी तरह हिम्मत कर बाइक वहां से भगा दी। जिससे उसकी जान बच गयी। वही, दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद इलाके में दहशत छा गई।
मामला शीतलाखेत वन रेंज के ग्राम रेंगल का है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मूल रूप से अमरोहा, उत्तर प्रदेश निवासी इकरार सैफी यहां ठेकेदारी करते है। इन दिनों हवालबाग विकास खंड के ग्राम धामस में उनका कॉटेज का काम चल रहा है।
इकरार ने बताया कि शुक्रवार सुबह वह किसी काम से नैनीताल जा रहे थे। सुबह तकरीबन 8 बजे खूंट-काकड़ीघाट मोटर मार्ग में रेंगल गांव के पास पहुंचते ही उन्हें सड़क पर गुलदार बैठा दिखाई दिया। उन्होंने काफी दूरी पर अपनी बाइक रोक दी। करीब 15 मिनट बाद जब गुलदार सड़क से नीचे की ओर गया, तो वह बाइक से आगे की ओर बढ़े। इसी दौरान गुलदार ने चलती बाइक पर छलांग लगा कर उनका शिकार करने की कोशिश की। लेकिन गुलदार बाइक के पीछे की ओर गिर पड़ा। इसी दौरान दूसरे गुलदार ने उनके पैर में पंजा मार दिया। जिससे बाइक अनियंत्रित होकर पहाड़ी से टकरा गई। लेकिन इकरार ने किसी तरह हिम्मत जुटाकर बाइक आगे की ओर भगा दी।
घटनास्थल से करीब 100 मीटर की दूरी पर उन्हें एक ग्रामीण मिला। जहां पर उन्होंने बाइक रोकी। इस घटना से इकरार काफी डर गए। घटना को करीब आधे किमी दूरी से कई ग्रामीणों ने प्रत्यक्ष देखा। जिसके बाद ग्रामीण मौके पर वहां पहुंचे। लोगों के पहुंचने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली।
इस हमले में इकरार बाल बाल बच गए और एक बड़ा हादसा होने से टल गया। इकरार ने बताया कि गुलदार के पंजे से उनके एक पैर में हल्की खरोंच आई है।
इस घटना के कुछ समय बाद ग्राम बलम निवासी बालम सिंह अपनी बाइक से अपने बेटे को स्कूल छोड़ने जा रहे थे। लोगों ने उन्हें घटना के बारे में बताया और आगे जाने के लिए मना किया। लोगों के बताने के बावजूद वह आगे बढ़ गए। घटनास्थल के पास पहुंचते ही उन्हें भी गुलदार मूवमेंट करता नजर आया। जिसके बाद वह वहां से भाग आये।
क्षेत्र पंचायत सदस्य गोपाल गुरुरानी ने बताया कि क्षेत्र के करीब 10 से 15 गांवों में लम्बे समय से गुलदार की दहशत बरकरार है। अब तक सैकड़ो मवेशियों को गुलदार अपना शिकार बना चुके हैं। अब गुलदार ने दिनदहाड़े लोगों पर अटैक करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों को पूर्व ने कई बार मौखिक व लिखित रूप से अवगत करा दिया गया है। लेकिन ग्रामीणों की समस्या को वन महकमे के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। गुरुरानी ने कहा कि वन महकमे के आला अफसरों की हीलाहवाली से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।
वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्य ने बताया कि वन विभाग द्वारा गुलदार से बचने को लेकर लगातार अलर्ट किया जा रहा है। एक टीम को गश्त के लिए घटनास्थल भेजा जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से रात को अनावश्यक घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण दिन में जंगल या सुनसान वाले इलाके में अकेले न जाये, हमेशा ग्रुप में एक साथ जाए। साथ ही घरों के आस प्रकाश की व्यवस्था करें।
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