अल्मोड़ा: सालों से लंबित बिलों का भुगतान नहीं होने व जेई के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर आक्रोशित ठेकेदारों ने लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता का घेराव किया। ठेकेदारों ने विभागीय जेई पर भारी सुविधा शुल्क की डिमांड किए जाने का आरोप लगाया है। एसई को ज्ञापन सौंप 15 दिन के भीतर मामले में कार्यवाही करने की मांग की है। ऐसा न होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
पर्वतीय ठेकेदार संघ के पदाधिकारियों समेत कई ठेकेदार माल रोड स्थित पीडब्लयूडी के अधीक्षण अभियंता कार्यालय में धमक आए। जहां ठेकेदारों ने लोक निर्माण विभाग के एक जेई पर आरोप लगाया कि बिल बनाने के लिए जेई द्वारा भारी सुविधा शुल्क की मांग की जाती है। जिस वजह से पिछले 4 सालों से एक दर्जन से अधिक ठेकेदारों के बिलों का भुगतान नहीं हो पाया है। कहा कि जेई विभाग में पिछले 10 सालों से तैनात हैं। ठेकेदारों द्वारा पूर्व में कई बार जेई के स्थानांतरण की मांग की जा चुकी है। जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
इस मौके पर ठेकेदारों ने अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में जेई को मुख्यालय में संबद्ध करने या जिले से हटाने व जेई को कोई साइड न देनी की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि 15 दिनों के भीतर प्रकरण में कार्यवाही नहीं हुई तो पर्वतीय ठेकेदार संघ उग्र आंदोलन को बाध्य होगा। जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी।
घेराव करने वालों में पर्वतीय ठेकेदार संघ के अध्यक्ष प्रयाग सिंह बिष्ट, महासचिव सुरेंद्र सिंह बेलवाल, उपाध्यक्ष गोपाल सिंह चौहान, अकरम खान, कोषाध्यक्ष जगदीश चंद्र भट्ट, पूरन पालीवाल, संजय बिष्ट, धर्मेंद्र बिष्ट समेत कई ठेकेदार शामिल थे।