अल्मोड़ा: नगर के माल रोड में केएमओयू स्टेशन के पास स्थापित स्वामी बह्मानंद सरस्वती महाराज (Swami Bahmanand Saraswati Maharaj) मंदिर का एक पुश्ता गिराये जाने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारियों व स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर जमकर बवाल काटा। काफी देर तक गहमागहमी रही। बाद में जिला प्रशासन से तहसीलदार मौके पर पहुंचे। उनके द्वारा मंदिर के गिराए गए पुश्ते का पुनर्निर्माण करने के आश्ववासन दिए जाने के बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ।
दरअसल, केएमओयू स्टेशन में नई पार्किंग का निर्माण होना है। जिसके लिए इन दिनों पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त करने का कार्य चल रहा है। मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारियों का आरोप है कि रविवार को केएमओयू के चेयरमैन व अधिशासी निदेशक की मौजूदगी में जेसीबी मशीन से जानबूझकर स्वामी बह्मानंद सरस्वती महाराज मंदिर को तोड़ने का प्रयास किया गया। केएमओयू द्वारा मंदिर के एक पुश्ते को जेसीबी से गिरा दिया गया। मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारियों को जैसे ही इसकी भनक लगी वह मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में भारी तादात में स्थानीय लोग भी वहां पहुंचे। मंदिर समिति के पदाधिकारियों व स्थानीय लोगों ने केएमओयू की इस कार्यवाही पर कड़ी आपत्ति जताई और इसका विरोध किया। इस दौरान काफी देर तक मंदिर समिति के पदाधिकारियों की केएमओयू चेयरमैन व अधिशासी निदेशक के साथ बहस हुई। तनाव बढ़ने के बाद जिला प्रशासन से तहसीलदार कुलदीप पांडे मौके पर पहुंचे।
सभासद अमित साह ‘मोनू’ ने कहा कि केएमओयू द्वारा जानबूझकर व जबरन मंदिर को तोड़ने का प्रयास किया गया। मंदिर का एक पुश्ता गिरा दिया गया है। जबकि मंदिर तोड़ने के कोई निर्देश नहीं है। उन्होंने कहा कि केएमओयू द्वारा एसडीएम के निर्देश पर मंदिर तोड़ने की बात कही गई जो पूरी तरह झूठ है। एसडीएम की ओर से ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए है।
मंदिर के नाम पर अतिक्रमण: केएमओयू
इधर केएमओयू ने मंदिर के नाम पर अतिक्रमण का आरोप लगाया है। केएमओयू के अधिशासी निदेशक हिम्मत सिंह नयाल ने कहा कि मंदिर केएमओयू की जमीन पर बनाया गया है। पूर्व में यहां पर एक प्याऊ था। प्याऊ की आड़ में मंदिर का निर्माण करा दिया गया। केएमओयू के पास अपनी जमीन के सभी रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि जानबूझकर अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो व न्यायालय भी जाएंगे।
वही, केएमओयू चेयरमैन सुरेश सिंह डसीला ने कहा कि मंदिर को तोड़ने का उनका कोई मकसद नहीं था। मंदिर के पीछे स्थित डोटियाल हाउस को गिराने के दौरान मंदिर का कुछ हिस्सा गिर गया। जिसका पुनर्निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि केएमओयू मंदिर के लिए सहयोग करने को तैयार है लेकिन मंदिर की एक सीमा तय हो। जो मंदिर समिति, जिला प्रशासन व केएमओयू की संयुक्त बैठक से ही तय हो सकता है। उन्होंने कहा कि केएमओयू समझौते के लिए तैयार है। लेकिन मंदिर के लिए एक सीमा तक ही जमीन दी जाएगी। उन्होंने मंदिर का कुछ हिस्सा गिरने पर खेद प्रकट किया है।
तहसीलदार कुलदीप पांडे ने कहा कि केएमओयू द्वारा अपने पुराने कमरों को तोड़ा जा रहा था इसी दौरान मंदिर का एक पुश्ता गिर गया। उन्होंने कहा कि केएमओयू द्वारा मंदिर के गिराये गए हिस्से का पुर्नर्निमाण कराए जाएगा और भविष्य में सहमति के आधार पर ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केएमओयू स्टेशन में पार्किंग निर्माण को लेकर जो एमओयू हुआ है उसके अनुरूप ही यहां पर निर्माण कार्य होगा। तहसीलदार पांडे ने कहा कि सोमवार यानि 17 अप्रैल को जिला प्रशासन, केएमओयू, मंदिर समिति व जिला सहकारी बैंक की एक संयुक्त बैठक कलक्ट्रेट में प्रस्तावित हैं। जिसमें इन सभी बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी।
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