अतिक्रमण न रोकने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अतिक्रमण की स्थिति को लेकर सचिवालय में हाई लेवल बैठक बुलाई। इस बैठक में मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू, फॉरेस्ट चीफ अनूप मुलिक समेत तमाम विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान सीएम ने अतिक्रमण हटाने के नोडल अधिकारी एवं आईएफएस पराग मधुकर धकाते से प्रदेश में की जा रही कार्रवाई के संबंध में जानकारी ली। साथ ही सीएम ने इस बात पर जोर दिया कि वन क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी तीव्र गति से अभियान के रूप में इसे हटाया जाये। अतिक्रमण अभियान को और अधिक व्यापक स्तर पर चलाने व सरकार भूमि पर अतिक्रमण न रोकने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के संबंध में शासन स्तर पर आज ही शासनादेश जारी किया जाए। अतिक्रमण हटाने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और एक दूसरे का सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी सरकारी भूमि का अपना यूनिक नंबर होगा और सभी विभाग अपनी सरकारी संपत्ति का रजिस्टर मेंटेन करेंगे। इसकी डिजिटल इन्वेंटरी होगी। सरकारी भूमि की समय समय पर सेटेलाइट फोटो भी ली जाएगी।
मीडिया से बातचीत में सीएम धामी ने कहा कि पहले ही कहा गया है कि जिन लोगों ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किया हैं वह खुद ही हटा लें, नहीं तो प्रशासन उसे हटाने का काम करेगा। सीएम ने कहा कि वर्तमान में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही जारी है। प्रदेश में 455 हेक्टेयर क्षेत्र से अवैध अतिक्रमण को हटाया जा चुका है। सीएम ने कहा कि यह कार्रवाई तब तक जारी रहेगी, जब तक प्रदेश अतिक्रमण मुक्त नहीं हो जाता।
शत्रु सम्पतियों का जल्द चिन्हीकरण कर करें कार्यवाही
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जिलाधिकारी शत्रु सम्पतियों(enemy property) का स्थलीय निरीक्षण करें और जिन शत्रु सम्पतियों को जिला प्रशासन द्वारा अधीन नहीं लिया गया है, उन्हें अधीन लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिन शत्रु सम्पतियों को जिला प्रशासन द्वारा अधीन लिया जा चुका है, उनमें क्या पब्लिक प्रोजक्ट बन सकते हैं, इसका प्रस्ताव भी शीघ्र शासन को भेजे जाएं। सभी जिलाधिकारी अपने जनपदों की अवशेष शत्रु सम्पतियों का जल्द चिन्हीकरण कर आवश्यक कार्यवाही करें।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, एच.सी. सेमवाल, विनय शंकर पाण्डेय, उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए बंशीधर तिवारी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।