देहरादून: कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल में नए कुलपति की नियुक्ति कर दी गई है। प्रोफेसर डी.एस रावत कुमाऊं विश्वविद्यालय के नए कुलपति बनाए गए है।
इस आशय की अधिसूचना विवि के कुलाधिपति व राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह की ओर से जारी की गई। प्रो. डी.एस रावत वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग में तैनात है।
प्रोफेसर डी.एस रावत जुलाई 2003 में रीडर के रूप में विभाग में शामिल हुए। मार्च 2010 में प्रोफेसर के रूप में पदोन्नत हुए। उन्होंने 1993 में कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल से मास्टर डिग्री प्राप्त की और विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान हासिल करने के लिए योग्यता प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।
प्रोफेसर रावत भारतीय विज्ञान कांग्रेस (2019-2020) के अनुभागीय अध्यक्ष थे और सीआरएसआई युवा वैज्ञानिक पुरस्कार (2007) के प्राप्तकर्ता है। आईएससीबी युवा वैज्ञानिक पुरस्कार (2010), प्रो. डीपी चक्रवर्ती 60वीं जयंती स्मृति पुरस्कार (2007), कुलपति प्रतीक चिह्न सम्मान, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल (2011), गोल्ड बैज और डिप्लोमा, इंटरनेशनल साइंटिफिक पार्टनरशिप फाउंडेशन, रूस (2015), प्रोफेसर आरसी शाह मेमोरियल लेक्चर अवार्ड, भारतीय विज्ञान कांग्रेस (2015), प्रोफेसर एसपी हिरेमथ मेमोरियल अवार्ड, इंडियन काउंसिल ऑफ केमिस्ट (2016), अनुकरणीय सेवाओं के लिए विशेष प्रशंसा पुरस्कार, दिल्ली विश्वविद्यालय (2021), प्लेटिनम जुबली व्याख्यान, भारतीय विज्ञान कांग्रेस (2021)।
प्रोफेसर रावत जापान एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (जेएआईएसटी), जापान में विजिटिंग प्रोफेसर हैं। उन्हें राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी का फेलो चुना गया है। रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री (एफआरएससी) और सीकेम (लंदन) के फेलो। प्रोफेसर रावत ने छब्बीस पीएचडी छात्रों का पर्यवेक्षण किया है।
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