अल्मोड़ा: जिले के बहुचर्चित जगदीश हत्याकांड (Jagdish murder case) में मंगलवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीकांत पांडे की अदालत में भिकियासैंण की तहसीलदार निशा रानी की गवाही हुई। इस मामले में यह 13 वीं गवाही थी।
न्यायालय में गवाह निशा रानी ने सैलापानी पुल से आगे इण्डा के पास मारूति वैन को रोके जाने, वाहन चालक गोविंद सिंह, अभियुक्त जोगा सिंह व भावना देवी की शिनाख्त करने, वाहन में जगदीश का शव मिलने व अभियुक्तों की गिरफ्तारी समेत कई तथ्यों को लेकर बयान दिया।
इस दौरान जिला शासकीय अधिवक्ता पूरन सिंह गैड़ा, अपर जिला शासकीय अधिवक्ता शेखर नैनवाल के साथ बचाव पक्ष के अधिवक्ता भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि 1 सितंबर 2022 को भिकियासैंण क्षेत्र में उपपा के सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता जगदीश चंद्र की हत्या कर दी गई थी। दलित जाति के जगदीश चंद्र द्वारा सवर्ण युवती से प्रेम विवाह करने के कारण अभियुक्तों ने इस घटना को अंजाम दिया था इस घटना को लेकर उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर धरना-प्रदर्शन होते रहे हैं मामले की अगली तारीख 24 जनवरी तय की गई है।