अल्मोड़ा: जिला अस्पताल के चिकित्सक मरीजों को बाहर की दवा लिखने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्हें न तो सरकार और शासन का डर है न विभागीय अधिकारियों का। अस्पताल में तमाम दवाएं उपलब्ध होने के बावजूद वह मरीज को बाहर की दवाइयां लिख रहे हैं। रेड क्रॉस समिति ने इस मामले में रोष जताया है।
बुधवार को समिति के सदस्यों का एक शिष्टमंडल जिला अस्पताल पहुंचा। समिति ने अस्पताल में पीएमएस डॉ. एच सी गड़कोटी की अनुपस्थिति में प्रभारी पीएमएस डॉ. अरविंद पांगती से वार्ता कर मामले में शिकायत की।
रेड क्रॉस समिति के अध्यक्ष मनोज सनवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकारी अस्पताल में मरीज इसीलिए आता है क्योंकि वह महंगा इलाज करा पाने में सक्षम नहीं होता। ऐसे में यदि चिकित्सक बाहर की दवाइयां लिखते हैं और प्राइवेट क्लिनिकों से जांच व सीटी स्कैन कराते है तो उन्हें इलाज में कठिनाई आएगी।
सनवाल ने कहा कि समिति द्वारा पूर्व में इस मामले में अस्पताल प्रबंधन से वार्ता की गई थी। उन्होंने कहा कि अगर जिला अस्पताल में जांच नहीं हो पा रही हैं तो प्राइवेट की बजाय मरीज की पर्ची में लिखकर उसे टेस्ट के लिए बेस अस्पताल भेजा जाए। लेकिन जिला अस्पताल में ऐसा नहीं किया जा रहा है।
सनवाल ने कहा कि जिला अस्पताल प्रशासन अल्मोड़ा की जनता के सब्र का इम्तिहान ले रहा है। अगर जनता स्वास्थ्य सेवाओं में हो रही दिक्कतों के लिए आक्रोशित व एकजुट हो गई तो अस्पताल प्रशासन की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही समिति द्वारा सीएमओ से मुलाकात करेगी और मांग करेगी की जो डॉक्टर मरीजों को बाहर से दवा लेने व जांच कराने के लिए मजबूर कर रहे है, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए।
वार्ता के दौरान किशन गुरुरानी, डॉ. जे सी दुर्गापाल, आशीष वर्मा, शंकर दत भट्ट, गिरीश मल्होत्रा, जगदीश लटवाल आदि मौजूद रहे।
जिला अस्पतला के प्रभारी पीएमएस डॉ. अरविंद पांगती ने कहा कि रेड क्रॉस समिति का शिष्टमंडल कुछ शिकायतें लेकर आए थे। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।