इंडिया भारत न्यूज डेस्क: पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाई है। नरेंद्र मोदी के वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने की वजह से इस हॉट प्रोफाइल सीट पर देश—दुनिया की निगाहें टिकी हुई थीं। पीएम मोदी के जीत की मार्जिन में आई गिरावट से भी आज यह सीट काफी चर्चाओं में है।
लोकसभा चुनाव के आखिरी और 7वें चरण में वाराणसी सीट पर वोटिंग हुई थी। इस सीट पर भाजपा ने ऐतिहासिक वोटों से जीत दर्ज करने का एक लक्ष्य रखा था, लेकिन इंडिया गठबंधन उसे ध्वस्त करने में कामयाब रहा।
वाराणसी से कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर दी है। पीएम मोदी मतगणना के दौरान एक बार कांग्रेस उम्मीदवार से कई हजार वोटों से पीछे भी हुए।
चुनाव आयोग द्वारा जारी परिणाम के मुताबिक बीजेपी उम्मीदवार पीएम नरेंद्र मोदी को 6,12 970 वोट मिले हैं। वहीं कांग्रेस कैंडिडेट अजय राय को 4, 60457 वोट मिले हैं। पीएम मोदी ने अपने प्रतिद्वंदी को 1 लाख 52 हजार 513 मतों से हराया। यह मार्जन पीएम मोदी के पिछले दो आम चुनावों से काफी कम है।
बता दे कि पीएम मोदी 2014 आम चुनाव में 3.71 लाख तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में 4.80 लाख वोट से जीते थें। तब उन्हें कुल 6.74 लाख मत मिले थे। आपकों बताते चले कि पिछले दोनों आम चुनावों में वाराणसी सीट पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी अलग-अलग मैदान में थी। इस बार यहां कांग्रेस पार्टी को सपा का समर्थन हासिल था। यह गोलबंदी इंडिया गठबंधन को मिले वोटों की संख्या बढ़ाने का कारण माना जा सकता है।
कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने मीडिया को दिए बयान में भाजपा उम्मीदवार पीएम नरेंद्र मोदी की डेढ़ लाख वोटों के अंतर से हुई जीत को उनकी नैतिक पराजय बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की अपार लोकप्रियता बताई जा रही थी। बड़ी-बड़ी बातें की जा रही थीं। ऐसे में मात्र डेढ़ लाख वोटों के अंतर से जीतना उनकी नैतिक पराजय है, इसे उन्हें स्वीकार करना चाहिए। पीएम मोदी और भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए कि आखिर जनता में उनका विश्वास क्यों घटता जा रहा है।