अल्मोड़ा: पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने बिनसर हादसे में मारे गए व घायल वनकर्मियों के गांव पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढाढस बंधाया। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति शोक संवेदनाएं प्रकट करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया।
पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा सोमवार को सोमेश्वर विधानसभा के ग्राम जाख सौड़ा व भेटुली और अल्मोड़ा विधानसभा के ग्राम कलौन व उड़लगाव पहुंचे। उन्होंने कहा कि बिनसर हादसा बहुत बड़ी मानव क्षति है। इस क्षति को कभी पूरा नहीं किया सकता है।
इस अवसर उन्होंने परिजनों के समक्ष एम्स दिल्ली में डॉक्टरों से दूरभाष पर वार्ता कर घायलों का हालचाल जाना। साथ ही उन्होंने दूरभाष पर उच्चधिकारियों से बात कर जान गंवाने वाले वनकर्मियों व घायल परिजनों की हर सम्भव मदद करने की बात कही। साथ ही पीड़ित परिवारों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।
इस दौरान पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राजेन्द्र बाराकोटी, पूर्व प्रमुख रमेश भाकुनी, कांग्रेस महामंत्री दिनेश पिलख्वाल, ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम बिष्ट, पूरन सुप्याल, ब्लॉक महामंत्री राजू भट्ट, हर्ष पिलख्वाल आदि मौजूद रहे।
ये है मामला-
बीते 13 मई की शाम को बिनसर वन्यजीव विहार में जंगल की आग बुझाने पहुंचे वन विभाग के एक वन बीट अधिकारी, दो फायर वाचर समेत चार लोगों की जलकर मौत हो गई थी। जबकि चार गंभीर हैं। जिनका दिल्ली एम्स में उपचार चल रहा है। आग इतनी विकराल थी कि फायर वाचरों और पीआरडी के जवानों को इससे बचने का मौका तक नहीं मिला। वन विभाग के अधिकारियों को टीम के जंगल में फंसे होने की जानकारी मिली तो वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल और अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे। तब तक चार लोगों की मौत हो चुकी थी।
इनकी हुई मौत-
वनाग्नि में वन बीट अधिकारी बिनसर रेंज त्रिलोक सिंह मेहता (40) पुत्र नारायण सिंह, निवासी उडलगांव बाड़ेछीना, दैनिक श्रमिक दीवान राम (35) पुत्र पदी राम निवासी ग्राम सौड़ा कपड़खान, फायर वाचर करन आर्या (21) पुत्र बिशन राम निवासी भेटुली कफड़खान और पीआरडी जवान पूरन सिंह (50) पुत्र दीवान सिंह निवासी ग्राम कलौन की मौके पर ही मौत हो गई।
ये हुए घायल-
फायर वाचर कृष्ण कुमार (21) पुत्र नारायण राम निवासी ग्राम भेटुली, पीआरडी जवान कुंदन सिंह नेगी (44) पुत्र प्रताप नेगी निवासी ग्राम खांखरी वाहन चालक भगवत सिंह भोज (38) पुत्र बची सिंह निवासी ग्राम भेटुली, दैनिक श्रमिक कैलाश भट्ट (54) पुत्र बद्रीदत्त भट्ट निवासी ग्राम धनेली, अल्मोड़ा गंभीर रूप से झुलस गए।