डेस्क। उत्तराखंड में एक प्रधान को तीसरी संतान पैदा करना भारी पड़ गया। मामले में एक ग्रामीण द्वारा जिला प्रशासन से इस मामले की शिकायत की गई थी। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर जिलाधिकारी ने प्रधान को पद से हटा दिया है।
दरअसल, टिहरी के भिलंगना ब्लाक के सेम बासर गांव निवासी एक व्यक्ति ने जिला प्रशासन से गांव के प्रधान द्वारा तीसरी संतान पैदा करने की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि प्रधान विक्रम नेगी कि वर्ष 2019 में दो संतान थी। उस दौरान पंचायत चुनाव में वह प्रधान पद पर निर्वाचित हुए। लेकिन वर्ष 2021 में विक्रम नेगी की तीसरी संतान भी हो गई। बेलेश्वर अस्पताल में तीसरी संतान होने का पूरा ब्यौरा है।
मामले में जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से 18 जनवरी को प्रधान को अपना पक्ष रखने का पत्र जारी किया। लेकिन प्रधान उपस्थित नहीं हुए। मामले में डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जांच सही पाए जाने के बाद विक्रम नेगी को ग्राम प्रधान पद से पदमुक्त कर दिया गया है।
प्रधान विक्रम नेगी ने बताया कि जब उन्होंने पंचायत चुनाव लड़ा तो उनकी दो संतान थी, लेकिन उसके बाद पिछले साल उनकी तीसरी संतान हुई, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने प्रशासन से की थी, जो नियम है वह उन्हें स्वीकार है।